Book Title: Hetubindu Tika
Author(s): Dharmakirti Mahaswami, Archatt Bhatt, Durvek Mishra Pandit, Sukhlal Sanghavi, Jinvijay, B Bhattacharya
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 491
________________ ४२ [स] ४. हेतुबिन्दुटीकागतशब्दानां सूची । शब्दसामान्योत्प्रेक्षानिबन्धन १८३. ६ सकलपदार्थव्यापिनी १५. २. शब्दादिधर्मिन् १८५. १ सकलपरभावव्यावृत्त १९८.२२ शब्दार्थ १०६. ३२; १८२. २८; १८३. ५, ९, ११, सकलपररूपासङ्कीर्ण १८९. १३ सकलपररूपासङ्कीर्णात्मन् १९०.२४ शालिबीज ८४.८; १६९. १३, २०३. ८ सकलसजातीयविजातीयव्यावृत्त २२. ६ शालियवाङ्कुरादि ८२.९ सकलसहकार्यवस्था १२३. ३ शाल्यकुरजननस्वभावनिर्वर्त्य ८७. ४ सघटप्रदेशासङ्कीर्णरूप २०१.९ सङ्कीर्ण १८९. २७ शास्त्रप्रणयन २२४. ५; २२७. १३ सङ्कीर्णदर्शनवत् १८९. २८ शिरस् ६५. १४ शीत ७५. १६ सङ्कीर्णतदतद्रूपप्रतिभासिन् १८९, २५ शुद्धवस्तुज २१. २६ सङ्कीर्णरूप १९५. १२ शून्य विकल्पप्रतिभासिन् १७९. १७ सङ्कीर्णरूपवस्तुप्रतिभासिज्ञानता १९०.१ श्याम ६२. २८ सङ्केत निबन्धना ९९. १८ श्रावणत्व २१२. ६; २१८. ९; २१९. १० सङ्ख्यादिभेद ९९. ५, ९८. १५ श्रोतृजनप्रवृत्त्यर्थ १. १९ सङ्ख्याभेद ९८. १९; ९९. ५; १०५, २ षट्पदार्थादिव्यवस्थानायोग १४६. १२ सङ्ख्यासज्ञालक्षणकार्यभेद ९८. १६ षड्रूप २०५. २४ सजातीय १३. १९; ९८. ७ षण्ढ ५९.४ सजातीयविजातीयत्व १६२. १३, २० सज्ञा ९९. १८ सज्ञादिभेद १०४. २२ संयोग १८. २३; १८१. १; १८२. ४,८ सज्ञाभेद ९८. १९; १०४. २४ संयोगनिमित्त १८२.६ सत् ४४. १५; ७६. ६, ८१. २, ३, १४३. १३; संयोगबल १८. २० १४४.४, ११, १५, १४६. ६; १४७.४; संयोगलक्षणत्व १०७.२६ १४९. ४; २१०, ६ संयोगविभागसंस्कारनिमित्तता १०२. २१ सत्ता १६. २१, ५९. १५; २२३. २८ संयोग-समवाय १८१. २; २२२. १ सत्तायोग १४५. २३; १४६. २ संयोगिवत् १८. १५; १९. ३ सत्तायोगलक्षण १४५.२१ संयोगिन् ९. १२; ११. १०; १८. २१ सत्तासमवाय ६०. ८; १८२. १३, १६ संवत्सरस्थितिधर्मन् १४१. १६ संशय २. १८ सत्त्व ६०. २०; १५. १९; ६३. १६,७६. ९,७७. संशयहेतु १६. २०; १६९. १६ ५; ९१. १; १४४. ६; १४५. १५, २१; संशयजिज्ञासादिक ७०. १० १४६.४, १७, १८, २४; १४७. ३, १४९. संशयात्मन् २१७.११ ३; १६४. १४, १६, २०३. १५ संशयितादिक ६९. २५ सत्त्वलक्षण १६. १२; ७६.४ संसर्ग १७२. २०, २२; १७३. २४ सत्त्वस्वभावत्वासिद्धि १४५. ७ संसृष्ट १७२. १२ सत्त्वादिप्रसङ्ग २०४. २२ संसृष्टस्वभाव १७६.२. सत्वत्प्रयविषयता १८२. १७ संस्कार ८९.२; १३३. २७ सत्यवस्तुस्वप्रसङ्ग १४५.१५ संस्थान १०८. १,६,९ सत्सम्प्रयोग ८४.२ संस्थानविशेष ९७. ८ सत्सम्प्रयोगजत्व ८५.२६ संहतावस्था १३८. १२ सदुपलम्भकप्रत्ययाभाव २१०. २१ संहतासंहतावस्था १३३. १२, १७ सदृश ११६. २२ प्रकलत्रैलोक्यविलक्षण १८९. ११; १९९, २२ सहशापरभावग्रहकृत १२०.२१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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