Book Title: Hetubindu Tika
Author(s): Dharmakirti Mahaswami, Archatt Bhatt, Durvek Mishra Pandit, Sukhlal Sanghavi, Jinvijay, B Bhattacharya
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

View full book text
Previous | Next

Page 489
________________ ४० ४. हेतुबिन्दुटीकागतशब्दानां सूची । विरोधिन् १४१. १, ४; १४२. १५ विशेषोत्पादानपेक्षिन् १३१. २ विरोधिसन्निधान १४१. ५ विशेष्य ४७. २० विलक्षण १५९. १२; १६४. २० विश्व १०२. ९, १८८. २१ विलक्षण सामग्रीजन्मन् १६५. १९ विषय ३१. २४; ३८. १९; १८२. २५ विलक्षणसामग्रीजन्यता १६१. २७ विषयक्षण ३७. २० विलक्षणसामग्रीनिबन्धनत्व १६२. विषयत्वायोग ८१. १२ विलक्षणा १६४. २२ विषयनिर्देशार्थ ७०. १७ विवक्षा २. ११; १८३. ६ विषयप्रदर्शन ७१. २२ विवक्षामात्रनिबन्धनता ६५. २५ विषय विषयिभाव १८२. २५, २६; १८३. १०, १७, विवक्षाविपरिवर्तिन् १८३. ३ १९, २४; १८४.६; १८७. १० विवक्षितधर्मानाश्रय ७५. १२, २१ विषयविषयिभावनिमित्त १८४.५ विवक्षितैकसंख्यत्व २०५. २०; २१३. २४, २१४. विषयस्वभाव १७१. १९ २; २२०. १३, २१ विषयिन् १८२. २५ विवक्षितैकसंख्यत्वप्रतिपादित २१४. १७ विषयेन्द्रियमनस्कार ९४.३; १००. १८ विविक्त २४..१७ विषयेन्द्रियमनस्कारात्मिका ९३. २८ विवेक १८९, १२ विषयोपदर्शन ६६. ७, २६ विशिष्टक्षणोत्पाद १३४. ४ विसंवादनाभिप्राय २. १५ । विशिष्टविशिष्टतरोत्तरोत्तरक्षणजनन १२८.३ विसदृश ११६.२५ विशिष्टसजातीयेतरक्षणजननात्मक १०१. ४ विसदृशापरभावप्रसव ८६.७ विशेष ११४. २८, २९; १२८. १४, १६, १७, वृत्ति ३१. १९ १३०. १, १५; १३१. २२, २५; १३२. वृत्तिकल्पना ४२.२ १२; १३३. २; १३४. ३, ५; १३५. ३, | वेगवद्व्य योग ५८. ३ १७; १३६. १९, २९; १३७. ६; १८५. वेदप्रामाण्य २१९. ४ ३०; १८६.५, ८; २१५. ९; २१६. १५, वेदप्रामाण्यनिराकर्तृ २१७. १४ वैधर्म्य ७३. ४: ७४.२० विशेषण १७. २, ४७. १९, ५७. २२; २१२. ३ वैधय॑मुख ७४. १५ विशेषणविशेष्यभाव २१२. ४ . |वैधर्म्यदृष्टान्तलक्षण ५१. २८ विशेषणविशेष्यभावलक्षण १८१. १५ वैधर्म्यप्रयोग ६२. १४; ६३. १२, १९, २२७. १. विशेषणविशेष्यभावापन्न १८४. १२ वैधर्म्यवचन २२७. ९ विशेषधर्म १५०. १७, २३; १५१. १; १५२. २, वैधय॑वत् ६६. १०; ६८. १४ वैलक्षण्यावलक्षण्य १६२. १० विशेषपरम्परा १३५, १६, २४; १३६. ४ व्यक्ति ५. १२; ३०. २:; ३१, १४; ३२. १० विशेषरहित १३३.७ व्यक्तिरूपसंसर्ग ३०.२ विशेषविषय ६३.९ व्यक्तित्वभाव ३२. ७, २६ विशेषसामान्यात्मन् १६४. ११ व्यक्त्याकार ३१.५ विशेषहेतु १३१. १२ व्यक्त्यात्मक ५. १६ विशेषाधायक ११३. १४ व्यग्र ११७.१ विशेषानुत्पत्ति १२८. २५ व्यग्रस्वभाव ९६.१ विशेषोत्पत्ति ११५. ५; १२९, ९, ११, १७, २०; व्यग्रावस्था ९२. २१ १३४.५ व्यग्रावस्थाभाविन् १३२. १५ विशेषोत्पादन १२८. ६; १३२. २७; १३७. १९ व्यतिरेक १९. २५, ५३. ५; ५४. १; ७५. २५; विशेषोत्पादनलक्षण १२९. २५ . १५४.०; २०३, १९, २१, २२५. १, २३; विशेषोत्पादानपेक्षा १३१. ५ २२६. १, १४, २२७. २७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523