Book Title: Hetubindu Tika
Author(s): Dharmakirti Mahaswami, Archatt Bhatt, Durvek Mishra Pandit, Sukhlal Sanghavi, Jinvijay, B Bhattacharya
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 492
________________ ४. हेतुबिन्दुटीकागतशब्दानां सूची । सदृशापरभावनिबन्धन ८६. ३; १३६. १३ | समवायिकारणता १०२. २० सदृशापरभावरूप १४२. २५ समवायित्व १८२. १० सद्वयवहार ५०. २५ समवेत १८०. २३ सद्वयवहारप्रतिषेधहेतु १६९. १७ समस्तवस्तुविस्तरव्यापिज्ञान ३७. १७; ६१. ५ सनिदर्शन १०१.११ समानरूप ८९.३ सन्तन्वत् १३३. २७ समानस्वभावता १६२.३ सन्तान १२८. ८; १३०. ६; १५७. १; १६१. ३ समानाकारता १६१. १८. सन्तानान्तर ९५.८ समुदाय ११.१८, २६:१८४. १२, १४ सन्तानान्तरव्यपदेशनिबन्धन ९५. ११ समुदाय साध्यता १८७. ७ सन्तानापेक्षा १६६. १० सम्बन्ध १९. २,४१. २६; ७२. १; १०८, २१; सन्तानाश्रय ११८. ९; १२८.७; १२९. ७, २२ । १८०. १८, २४; १८१. १, ६, ९, २०; सन्तानोपकार १२८. २ • २६, २८; १८३.९; १८५, २; सन्दिग्ध २१३.३:२१४.२० १८७. १२; २००. २६; २०४. २ सन्दिग्धव्यतिरेकता ९८.११ सम्बन्धनिश्चय २२. १२ सन्दिग्धाभिधायकता ६५. २४ सम्बन्धप्रतिपत्तिकाल ३९, १ सन्देहरूपत्व २०३. २७ सम्बन्धवचन ६८. १७ सन्निकर्ष १८१. १५ सम्बन्धाभाव १८२. २३; १८५, ३; १९३. २२ सन्निधान १२८, २६ सम्बन्धाभावप्रसङ्ग १६३. २२ । सन्निहितसकलसहकारिप्रत्यय १२३.९ सम्बन्धायोग ९१. १ सपक्ष १५. १४, २१; १६. ४; २४.७६६. २१; सम्बन्धिता १६३. २५ ६८. २८,२२२. १४, १९; २२७. ४, २९; सम्बन्धिभेद १८२. १९ २२८. १ सम्भव २१२. ४ सपक्षत्व १६.६ सम्भावना २. ९ सपक्षविपक्ष २२२. २३; २२३. १, २६ सम्मुग्धाकार १८९. १५ सपक्षासपक्ष २२४. १६ सम्मूछि तत्व १०४.६ सपक्षकदेशवृत्ति १८. १२ सम्यग्ज्ञानपूर्वकत्व ४०. २४ सप्रतिघ १०१. ११; १४५. १० सम्यग्ज्ञानव्युत्पादनार्थ ३९. १९ समग्र ४८. २७; १२२. १५ सरूप १३३. २८; १६५. २० समग्रावस्था ९२. २१; १२२. १८; १३८. ११ सरूपताविषय ११७.६ समेग्रावस्यावत् १३२. १४ सरूपतासिद्धि ११७.८ समनन्तरप्रत्यय ९५,३१११.२, सर्वकारकान्वयव्यतिरेकविधायिन १७३. ८ समनन्तराधिपतिप्रत्यय १६७. २६ सर्वभावसत्ता २१७. ४ समर्थ ९२. १, ५,९३. ८; ११९. २; १२०. १; | सर्वव्यक्त्यनुयायिन् १०६.९ १२४. २८; १२७. ३; १३४. २०; १३५. | सर्वशक्तिविरह १४६. १२, २७; १४७. २ सर्वसामर्थ्यविरह ८५. २२; १४७. १३; १७६.६; समर्थस्वभाव ११९.८ समर्थस्वस्वलक्षणान्तरारम्भ ९१.२. सर्वसामर्थ्यविरहिन ८०. २० समर्थासमर्थव्यवस्था ११७. २४ सर्वार्थक्रियासामर्थ्य विरह १४५. २५; १४८. २८ । समवाय ५. ६, ८. २०; ४१. २६; ४२. २, ९०. सर्वोपसंहार ६३.२ १; १७०. १६; १८०. २४; १८२. ९, २० सलिल १९१. २६ समवायनिमित्त १८२. ७ सलिलक्षित्यादि ८३. १७ समवायशब्द १८१. २ सलिलादिकारणसन्निधान ८६.१८ समवायि कारण १६८. २६; १६९. ३ सविकल्पक २२. २ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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