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आचार्यश्री तुलसी का युग" १५७
ऐतिहासिक समारोहों की अविच्छिन्न शृंखला
आपके सुदीर्घ शासनकाल में अनेक समारोह मनाए गए, जिनमें निम्नलिखित समारोह ऐतिहासिक महत्त्व रखते हैं
१. तेरापंथ द्विशताब्दी समारोह
संवत् २०१७ के आसाढ शुक्ला पूर्णिमा को केलवा में मनाया गया । जिसमें ३०,००० तेरापंथी एकत्रित हुए तथा भारत के प्रधान न्यायाधीश बी० पी० सिन्हा, राजस्थान के मुख्यमन्त्री मोहनलाल सुखाड़िया आदि अनेक विशिष्ट व्यक्ति सम्मिलित हुए ।
२. धवल समारोह
संवत् २०१८ में आचार्य प्रवर के शासन के पच्चीस वर्ष सम्पन्न होने के उपलक्ष्य में प्रथम चरण बीदासर में तथा द्वितीय चरण गंगाशहर में मनाया गया । गंगाशहर में भारत गणराज्य के तत्कालीन उपराष्ट्रपति डॉ० राधाकृष्णन ने आपका सार्वजनिक अभिनन्दन किया तथा अभिनंदन ग्रंथ भेंट किया ।
३. मर्यादा महोत्सव शताब्दी समारोह
संवत् २०२१ में बालोतरा में लूणी नदी के विशाल पाट के बीच ३०,००० व्यक्तियों की उपस्थिति में समारोह मनाया गया ।
४. भगवान् महावीर पच्चीससौवां निर्वाण महोत्सव
जैनधर्म के सभी सम्प्रदायों के आचार्यों व मुनियों ने दिल्ली में संवत् २०३० में निर्वाणोत्सव मनाया तथा एक प्रतीक, एक ध्वज और एक ग्रन्थ 'समण सुत्त' की रचना की ।
५. श्रीमद् कालूगणि जन्म शताब्दी समारोह
संवत् २०३३ फागुन शुक्ला २ को छापर में मनाया गया, श्रीमद् कालूगणि सम्बन्धित साहित्य प्रकाशित हुआ तथा सिद्धान्त संग्रह 'कालू तत्त्व शतक' की रचना हुई ।
६. श्री जयाचार्य निर्वाण शताब्दी समारोह
यंत्र २०३८ में दिल्ली में भादवा वदि १२ को मनाया गया तथा विशाल
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