Book Title: He Prabho Terapanth
Author(s): Sohanraj Kothari
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh

View full book text
Previous | Next

Page 201
________________ १८८ हे ! प्रभो तेरापंथ तेरापंथ की अग्रणी सध्वियां अब तक तेरापंथ धर्म संघ में ११ साध्वीप्रमुखा हो चुकी हैं। इसमें प्रथम तीन को विधिवत् साध्वीप्रमुखा घोषित नहीं किया गया। क्योंकि उस समय तक इस पद की संरचना नहीं की गई थी। पर उन्होंने संघ की साध्वियों का प्रवर्तन आदि साध्वीप्रमुखा की तरह ही किया। शेष आठ साध्वियों की विधिवत् साध्वीप्रमुखा पद पर नियुक्ति की गयी है१. साध्वीश्री वरजूंजी २. साध्वीश्री हीरांजी . ३. साध्वीश्री दीपोंजी (साधना काल सं० १८७२ से १९१८) ४. साध्वीश्री सरदारोंजी (साध्वी प्रमुखा सं० १९१८ से १९२७) ५. साध्वीश्री गुलाबोंजी ( " " " १९२७ से १९४२) ६. " " नवलोजी | " " " १९४२ से १९६५) " " जेठोंजी १९६५ से १९८१) " " कानकुंवरजी १९८१ से १९९३) १९९३ से २००३) ." लाडोजी २००३ से २०२७) " कनकप्रभाजी २०२८ से .....) » " " झमकूजी . Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 199 200 201 202 203 204 205 206