Book Title: Hammirayan
Author(s): Bhanvarlal Nahta
Publisher: Sadul Rajasthani Research Institute Bikaner

View full book text
Previous | Next

Page 165
________________ हम्मीरायण जिहर मलिक बीजुलीखान, सेख सरीसा मोटा नाम: अल्ल मल्ल चल्लू एऊ, घणा कटक स्यउं आव्या तेऊ; १०२ मांजी गालिम महिला खान, खूनी मुनी ज्ञानी नाम: सिहदल मलिक हसबा हसेब, मालद नगदल अलख असेवः १०३ हाजी कालू ऊंबरा बड़ा, पाहड़ प्रेम तिहारा धड़ा; स्रवलिक रुकबदीन बेऊ, ततारखान फोज मांहि तेऊ १०४ अहमद महमद महवी कीया, आलफखान पछवाण ज हूवा; कौरउपरि कीधउ मुगीस, दाफर फिरइ फेर निसदीस; १०५ राणो राणि हिंदु मिल्या घणा, दल आव्या देस देसह तणा; • 'भाडउ' कहइ वर्णवउ किसउ, पातिसाह दल चक्रवर्ति जिसउ; १०६ काली पाखर काला टोप, लोह तणा ते दीसइ टोप; घोडे चड्या ते आइध लेउ, जाणे जम ना सेवक तेउ; १०७ कटक तणी गाढी संजती, पांच लाख चालइ पालखी; राजवाहण वहिल चकडोल, धूजी धरा पडिउ हलोल; १०८ भोथी भोई भील अति घणा, सूई सूनार तणी नहिं मणा; । तंबोलीय मालीय कलाल, नाचणि मोची नइ लोहार; १०६ मोची घांची नइ तेरमा, धोई ढेढ साबणगर घणा; सइ सेलार सेख खाटही, कादी पुराण पढइ ले वही; ११० बाण्या बांभण बहुला मिल्या, बणकर सूत्रधार दलि भिल्या; कनड़ा कुर्कट हबसी किसा, खूटी देई झूझइ तिसा; १११ २०२ अलु मलु चलु २०७ जिम २०८ लेई ११० खाटकी Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242