Book Title: Hammirayan
Author(s): Bhanvarlal Nahta
Publisher: Sadul Rajasthani Research Institute Bikaner

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Page 239
________________ ( २ ) खाई सामान खाई का सामान २१-२२ उस इस om mm x 8 x w mr an ander om पूछा तो पूछा तो अत्मायों ने चारां चारों रविवार था रविवार थी स्वामि स्वामी प्रयोग उपयोग उसमें उसे सेना विनाश सेना का विनाश हम्मीरायण तो हम्मीरायण में से है, शम्भु शम्भु, एक सा। एक सा है। मूहम्मदशाह मुहम्मद शाह किन्तु हम्मीर हम्मीर भी भी है गणेशवन्दन गणेशवन्दन से अपूर्व युद्ध अपूर्व युद्ध के पश्चात् व्य वहाँ वह वहां अवतार की। अवतार लिया । बुद्धिः बुद्धि हेतीरिव हेतोरिव भटाः शतं भटा शतं मुखापगां मुखापगा. आर्यावर्त उसने आर्यावर्त १०४ १०४ १०४ १०८ Jain Educationa International For Personal and Private Use Only www.jainelibrary.org

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