Book Title: Epigraphia Indica Vol 01
Author(s): Jas Burgess
Publisher: Archaeological Survey of India

View full book text
Previous | Next

Page 369
________________ 334 EPIGRAPHIA INDICA. बेनापती बार सदेव म भन दुर्गा तनामवचापि प(बभूव रम्य (क)भाम्वितः सो(गो)[भ]नL.7. नामधयः । चिररित पाहमा सुवानि यषिखबामास मु(क)चिर्नु पिपानिधान तनय विषारसुखमतर्वभूष। यचिपो पीदमनामधयो' विचाराचामना] सर्दन । १५॥" प" पराभ्येतिपा]ि बेसोषितिपल [चा। तीव पारिषिताभिधानीपभूप पुनील गुपदारः ।। बाचमन वि. गवन्य(ज) राबा(मा) याच्ये) विविवाभिमारे। निधीचसोबतरपषिपामंपदा प[]परीति माना।॥ सषिचनीरमम पापापी पासवर्ष यतिलक रयाम् । वित्रास देवमपिर पिरता विद्या प्राचीकालदहया(पा) विपर तमाय परिपबिपार्थिवचमका दावानली राजन पत्तन्त)मतिला सातातिषिम् । भोकं पुषिहादुदनिर्षि पासवानामा पी भूयो येन मोतिषबाजीचवर्या जातः । [] जीत रायमर्कटा परिणामातातिसर्वावर दाननीय(ज)मारियाय विधिवतीमाः समता पपि । विनासधिमकीवर बलासवासीपमे पानी पाषा पर्यवचनी रबपतीचीलने ॥३॥ बबाहन हसायमा वारपानन्दलामा प्रविता रविवान। पदव बोल बचनमारा चय(ज)नामानसहायरल भिवामभूमि विवल्य(ब) दुधिकारपति प्रची। "पाचणाराग्यविनिवापिनी चार भिवानरामुनिन्दान।। तस्यायनीभवाद11, पिराभिधानी विधारमारपसारकोपि पसार। बीबीसयेव विसरबरानीवावरातिनिवाषिताममेवीत् ॥१॥" दुर्गाजयाये प्रवचारोवर्षिनी'तीबपरंपरामिः [] दुली सवय सदेव भवातावनिकतमास)पाच " गुरदार समतेकचा पा# The akhang in benekete may be read for . Motrent wrial and 80,sardalarikrkjita. Dend . This peripotigp may have been made * Metre of vera 81 And 99, Pajti already ip the origipel. " Originally Te, but altered to vie, * Metre, Indraraja, Read furi + Originally m, but altered to # Matre, Vesentatilake. * Metre of verses 16 and 17, Upjath * Road Tr affent. The rubbing look uit # The rubbing looks w if this a shang were engraved the changes from to and from to f, had Www aloretboa. nende slowdy te the original : Motre, Vantatilakt. Motw of term 34-39, Upajati 10.

Loading...

Page Navigation
1 ... 367 368 369 370 371 372 373 374 375 376 377 378 379 380 381 382 383 384 385 386 387 388 389 390 391 392 393 394 395 396 397 398 399 400 401 402 403 404 405 406 407 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528