Book Title: Dhatu Sangraha
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धातुसंग्रह. 141 शत्रुने घिसारेछे. यातयति दरिद्रोनागरस्य धनम् हरिद्र नाला बनने पाई भाषेछ. यातयति छिद्रं राजा प्रच्छादयतीत्यर्थः 20 छिने छ. यातयति लानेन देहं यति: ति स्नानक ने शु 422. नि२ ५सर्गपूर्व मा पातु प्रतिहारी मर्थमा पछे. निर्यातयति ऋणम् पाणेछ. यातना (ता4 दु:५), निर्यातनम् (पाई भा५j), ऋणनिर्यातनम् (धु पा ). यत्र, (इ) उ. 10. संकोचे. संतोय, थोमा मयुं, मांधj. यंत्रयति - ते, नियंत्रयति-ते खलं राजा PM बने पछि. यंत्रम् = si. 1 नियंवणम्, 2 नियंत्रणा (धन), 1 यंत्रितः, 2 नियंत्रितः (16). यत्रिणी (सामी). यभ, (अ) प. 1. मैथुने, खीसंभो। ४२यो, योj. यभति स्त्रीसलो . रेछ. 1 याभः, 2 यभनम् (मैथुन), यब्धम् (योहा).. . यम्, (अ) प. 1. उपरमे. उपरमोनिवृत्तिः. यच्छति पापात् धार्मिकः पार्भि पाया नियति पाभले. उपयच्छते कन्याम् ४-याने 52 छ. यमः (1 24हिंसा, सत्य, सयौर्य, ब्रह्मयपरिह 55 यम, 2 भ, 3 द्रिय(नई), यमः भ. यामः (1 342, 2 योगसाधन), यामिः (1 येईन, 2 कुत), यतिः (1 संन्यासी, 2 नित्ति), 1 उपयमः, 2 उपयमनम् (विवाह), संयमः, आयाम: (ता, संपा), उद्यमः (उद्योग), यतः (निवृत्त), आयत: (सांगो), नियमः, 1 यमलम्, 2 यमकम् (गुगल), यमुना =6भाना. वाचंयमः (मौनवता), वाग्यम: (24२४तथापि पाणी मोवाय नहिं ते), यंत्रम् = . यमराजः, यंता (ऋ + सा२थि), यामिनी (रात्री). यम, (अ, म्) उ. 10. परिवेषणे. परिवेषणं भोजना वेष्टनं च. 14 माऽयु, ५सयुं, 2 पीपुं, मiत२y, धेरपुं. यमयति ब्राह्मणान् भोजयतीत्यर्थः. यमयति चंद्रम् वेष्टतइत्यर्थः यंद्रने वा22. यस, (उ) प. 4. प्रयत्ने. अयो। ४२वो, व्यापा२ ४२वो. यस्यति धनाय नरः 12 धनभाटे.या।२ 422. 1 यासः, 2 आयासः, 3 प्रयासः (परिश्रम), प्रयासी (इन् + उद्योग). For Private And Personal Use Only

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