Book Title: Dhatu Sangraha
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Page 201
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धातुसंग्रह. स्थूल, आ. 10. परिबृंहणे. परिबृंहणं पीनवम्. ॥ई . स्थूलयते था यचे. स्थूलः (M3I). स्पद, (इ) आ. 1. किंचिच्चलने. 1 थोvj, ५२यु, 236. स्पंदते मधु मध परेछे. स्पंदते = फंदइ = 36. स्पंदः= फंदो = iहो. स्पर्ध, (अ) आ. 1. संघर्षे. संघर्षः अभिभवेच्छा पराभिभवेच्छा च. आये सकर्मकः. द्वितीये कर्मकः. 1 जित 27Y, 2 "M तिया 27j. स्पर्द्धते 7 र्जुनः कर्णम् मान ४र्णने जितनेछ. पते चैत्रः न्यत्र __पीने तिवा . स्पर्धा. स्पश, (अ) उ. 1. बाधनस्पर्शनयोः. स्पर्शनं ग्रंथनम्. 1 11.sj, "!!, न. 2 मुंथ. स्पशति - ते पाउछे इ०. स्पशः (24), साष्टः (50). स्पश, (अ) आ. 10. ग्रहणसंश्लेषणयोः. 1 अयु, ले, 2 मा, लेट्यु, ग्योट. स्पाशयते लेछ इ०. स्प, प. 5. (वै०) प्रीतिपालनयोः. 1 प्रीति-प्रेम ४२यो. 2 पाप, 2 // . ___3 75. स्पृणोति प्रीति 42 इ०. स्पृश, (अ) प. 6. संस्पर्शने. 27, २पर्श ४२वो. स्पृशति तृणं पाथः पांच तृपने मोछे. स्पर्शः, उपस्पर्शः, उदकस्पर्शः, उदकोपसर्शः, स्पृष्टः, स्वर्गः (प्याथि), मर्मस्पृक (श् + भर्भलाष४). स्पृह, उ. 10. ईप्सायाम. 4.27, 17. स्पृहयति - ते 12. स्पृहा (I), निस्पृहः, स्पृहयालुः (4/75). स्फट, (अ) प. 1. विशरणे. 2, १५व निलया. स्फटति वस्त्रम् पख टे. स्फटः (35), स्फटिकः- रुदितम् = फटिङ == . सुफद, (इ) प. 1. विशरणे. 44, 15 भिन्न यास्फुटति टेछे. स्फर, (अ) प. 6. स्फुरणे संचलने च. 142j. 2 32j. स्करति ५२छे, 22. स्फरति == फरइ = 33. स्करः (टान), स्फारः (Y45). स्काय, (ई) आ. 1. वृद्धी. 15. स्फायते छ. फेनः (सभुश्य), स्फातिः (वृद्धि), स्कारम् (सा३), स्फिट, (अ) उ. 10. स्नेहने. 1 यो५७, 55, 42 भोपयुं, मोह. स्केट यति - ते योपउछ. For Private And Personal Use Only

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