Book Title: Dhatu Sangraha
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धातुसंग्रह. 199 त्रिव, (उ) प. 4. गतिशोषणयोः. 1 4, 5, सोसा. स्त्रीव्यति काशाम् शीने तय. स्त्रीव्यति जलम् स सुआय. स्नु, प. 1. मती सुती च. 1 , 2 2. 1 युतिः, 2 स्रवणम्, 3 प्रस्रवणम् (125), सुक (सयो), स्रोतः (मम् + नहीप्रवाह, 2 32), सवंती (11), 1 स्त्रवः, 2 प्रखबः (). स्रक, () आ. 1. गती, . सेकते जय. पै. प. 1. पाके. राव. लायति दुग्धम् धने शंछे. खाणः (पा). स्खन, (अ) प. 1. शब्द. 2104 ४२वी. स्वनति 206 2. खांतम (मन). स्वन, (अ. म्) प. 1. अवतंसने. शोमg, auj. स्वनति शोनेछ. णौ - स्वनयति शमायछे. स्वर, उ. 10. आक्षेपे. नि. खरयति-ते निछे. स्वत, (अ) उ. 10. गती आतंके च. 1 w', महंधु, 2y, सी. स्वर्त्तय ति-ते जय. स्वर्द, (अ) आ. 1. आस्वादने. 1 25, 2 रुन्य. स्वर्दते न्यारेछ. साद, (अ) आ. 1. आस्वादने. यार. स्वादते पारेछ. खादः (भिष्ट), स्वाद, (अ) उ. 10. आस्तादने- या2g, स्वादयति-ते याटे. सादुः. स्व. प- 1. शब्दोयतापयो:. उपतापोरोगः 1 2106 ४२यो , 2 . स्वरति 2074 . सरः, स्वर्गः, अनुस्वारः. हद, (अ) प. 1. दीप्ती. हीप. हटति पछे. हाटकम् (सुवर्ण), हट्टः-- हाट. हडा, (अ) प. 1, प्लतिशठत्वयोः बलात्कार कीलबंधने च. 15, , 2 21450 42, 3 मसाला ४२वो, 4 चालोरोपयो-धालयो. हठति होछ. हठः. हद, (अ) आ. 1. पुरीपोत्सर्ग. भसविसन ४२वो, 6. हदते गेछ. हन, (अ) प. 2. हिंसागत्योः. 1 6. 2 4. हंति ह. हननम्. हत्या, ब्रह्महत्या, ब्रह्महा, भ्रूणहा, वृत्रहा, उद्धतः (मविनीत), विधः (तराय), परिषः (गहा), जवनम् (खीनो बग), घारः (नयान), हनिः (मायुध), 1 प्रघणः, 2 प्रघाणः (मारानी माया लाम), पात्यः केशापहः पत्र तमोपहः सूर्यः, कुमारघाती, शीर्षवाती, पित्तनं घृतम्, वातनं तैलम्. For Private And Personal Use Only

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