Book Title: Dhatu Sangraha
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 170 धातुसंग्रह. वृत, (उ) उ. 10. भाषार्थे भासाथै च. 1 पोल, 2 5. वर्त्तयति-ते भोलछे इ०. वृध, (उ) आ. 1. वृद्धौ. 15. वर्धते धर्मेण धर्मपी पछे. वर्धते = व धइ = 16. वृद्धः, वर्द्धनम्, वृद्धिः,वर्धनः, सुखवर्द्धनः (सीसुं), वर्धी = वद्धी= पायरी (१२त), वर्द्धनी (सा१२७), वृष, (उ) उ. 10. भाषाथै भासार्थे च. 1 मोलयु, 215. वर्द्धयति-ते मोलछे इ०. वृश, (अ) प. 4. वरणे. 1 खी४।२युं, 2 छ।g, भोछ।७. वृश्यति २वी। .. २छ इ०. वृष, (उ) प. 1. सेचनहिंसासंक्लेशनेषु. 1 सिंय, ५२सयुं, 265, 3 पीsj. वर्षति मेघः मेघ १२से इ०.वृष्टिः, अतिवृष्टिः, अनावृष्टिः, वर्षणम्, वृषः (धर्म), वृषल: (5), वृषभः (AE), वर्षाः (वर्षा*तु), वृष्णिः ( यान पुरुष), वृषणः (पण). वृष, (अ) आ. 10. शक्तिबंधने. शक्तिबंधनं प्रजननसामर्थ्य शक्तिसंबंधश्च. 1 गर्म हा समर्थ ययु, 2 २॥हित माधवी. वर्षयते गौः गर्म हा समर्थ यायचे. आवर्षयते ग्रामः शक्ति बनातीत्यर्थः गाम तिने माधछे. वृह, (अ) प. 1. वृद्धौ. 15. वर्हति वैछे. 1 वृढः, 2 परिवृढः (धनु). वृह, (इ) प. 1. वृद्धौ शब्दे च. 1 15, 2 2006 ४२वो. वृंहति , 21 46 422. वृहितम् (424), ब्रह्म (न + 1 सत्य, 2 15, 238), ब्रह्मा (न् + 1 विप्र, 2 प्रति ), बर्हिः (ष् + 5101), ब्राह्मणी (माझ गुनी स्त्री). वृह, (अ) प. 6. उद्यमने. उद्यमनमुद्धरणम्. 2j, ये ले. वृहति 76 / . 2. 1 वृढः, 2 परिवृढः (धनु). वृ, (ज) उ. 9. वरणे. 1 12j, 254 / 2, 2 7ij, 3 oforg. वृणाति-वृणीते वरेछ. वरुणः (65), वरुणा (वानी खी). व, प. 9. वरणे भरणे च. 1 12, स्वी४।२, 2 12, पो५g, धा२१५ 42, 52. वृणाति १२छ. वर्वरः (ले-७), वर्वरी = बब्बरी = पारी (दुखित), वर्णसिः (भूमि). For Private And Personal Use Only

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