Book Title: Dhatu Sangraha
Author(s): 
Publisher: 

View full book text
Previous | Next

Page 151
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 146 धातुसंग्रह. रम, (इ) आ. 1. शब्दे 2186 ४२वो. रंभते 2156 422. रंभा (314), करंभः (हिसायुमा). रम, (अ) आ. 1. क्रीडायाम्. २मधु, मेस. रमते वृंदावने कृष्णः पनमा 4025 22. रमते = रमइ = 2. विरमति = विरमइ = विभे. रामः (1 551, 2 ५२शुराम, 3. ६।२।२थि राम). 1 रमणी, 2 रामा, 3 रमणा (खी), रमणः (खीनो घgl), रमा (सक्षमी), 1 रम्यः, 2 रमणीयम् (मनोह२). रतिः (1 प्रेम, 2 मखी), 1 विरतिः, 2 विरामः (ओ), 1 उपरतिः, 2 उपरामः (निवृत्ति), आरामः (७५वन, 4151), स्तंबेरमः (eal), रथः, रतः (प्रीतिभान्). विरतः, सुरतः (65), सुरतम् (भैथुन), रमणम् (२मत), रय, (अ) आ. 1. गती. पुं. रयते जयछे. रयः (11), रव, (इ) प. 1. गत्यर्थः. rg. रण्वति जयछे. रश, (अ) प. 1. (सौ०) स्वमे. u. रशति येथे. रशना (say), रस, (अ) प. 1. शब्दे. 2006 ४२वी. रसति 2156 ४२छे. रस, उ. 10. आस्वादनस्नेहनयोः. 1 यार, शिरापर्यु. 2 मा 42j, auj. रसयति- ते रसोला रसिकः २मियो श्री ने शिरापेछ. रसयति-ते धरणी मेवः भव // 27 // ने साणे. रसः (1 शृंगा। नप रस, 2 मधुरा७ि २स, प्रीति, 4 शरीनो प्रयम धातु, पारी), रसा (Y2वी), 1 रसना, 2 रसनम्, 3 रसज्ञा (viot), रसवती = २सो/. रसवती (२सोई), रसातलम् (पाताण), रसालः (मी), रसाला (हिनो श्री५). रह, (अ) प. 1. त्यागे. 16/j, छोऽयुं. रहति गृहं विरक्तः वि२४१ धरने त नेछ. राहुः (नव भांनो मे प्रह), रह: (स् + Wiत स्वय), विरहः (वियोग). रहित: (हान), विरहितः (वि ), विरहिणी (विनेगवाणी खी), विरही (qiall), रहस्यम् (मेत येj). रह, (इ) प. 1. गतो. पुं. रहति लय. रह: (स् + 3). रह, (अ, म्) उ. 10. त्यागे. तापुं, छो. रहयति--ते गेहं विरागी 1i0 // घरने तनेछ. णौ- विरहयति तन्छे . For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210