Book Title: Deshbhushanji Aacharya Abhinandan Granth
Author(s): R C Gupta
Publisher: Deshbhushanji Maharaj Trust

View full book text
Previous | Next

Page 11
________________ प्रिय श्री अग्रवाल, सत्यमेव जयते प्रधान मंत्री Jain Education International आपका 15 मई, 1987 का पत्र मुझे मिला । मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि जैन समाज राष्ट्रीय एकता के प्रतीक जैन धर्माचार्य श्री देशभूषण महाराज को दिगम्बरी साधना के 51 वर्ष पूर्ण करने पर उन्हें "आस्था और चिंतन नामक अभिनन्दन ग्रन्थ भेंट करने जा रहा है । नई दिल्ली 29 मई, 1987 ॥ इस अवसर पर मेरी हार्दिक शुभकामनायें । आपका, राजी गांधी 1 For Private Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 ... 1766