Book Title: Bharat Kshetrana Manvini Simandhar Jin Prati Haiyani Vat
Author(s): Amitgunashreeji
Publisher: Sundar Sahitya Seva Sadan

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Page 64
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ३ विकाळ सौभाग्यवती स्त्री पासे गहुंली कराववी, मार्जार (बिलाडी) प्रमुख हिंसक प्राणीने आववा देवा नही। रजस्वला प्रमुख मलिन स्त्रीनी दष्टि पडवा न देवी। कुमारी सौभाग्यवती पासे धबळ मंगळ गीत गवराववा, व्रण, टंक सात स्मरणो गणवां। प्रातःकाले अने मध्यान्हकाले श्री नवकार मंत्र, उवसग्गहरं, संतिकरं, तिजयपहुत, अजित्तशान्ति, भकतामर अने बृहच्छान्ति सायंकाले "विजयपहुत" ने बदले " नभिउण" गणवं. इति कुंभस्थापन विधि अथ श्री दीप स्थापन विधि , धृत सवा शेर धृत रही शके तेवू जोभवाळू ताम्रदीपपात्र, शुद्ध करी, धूपी, कंकुथी पूजी, कुसुमांजली अने अक्षतथी वधावी सवा रूपियो, पंचरत्ननो पोटली अने सोपारी मूकी मोंढळ, मरडाशींगो बांधी, १०८ अथवा २७ तारनी दीवेट धत मंत्र वणवार भणीने सौभाग्यवती स्त्री पासे धृत पुरावयूँ । For Private and Personal Use Only

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