Book Title: Bhagvana Neminath Diwakar Chitrakatha 020
Author(s): Purnachandravijay, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 15
________________ श्रीकृष्ण नेमिकुमार के बल की परीक्षा लेने के लिए बोले कुमार ! आओ, आज हम बाहुयुद्ध करके देखे, कौन अधिक पराक्रमी है ? श्रीकृष्ण मुझसे बड़े हैं। बड़े) भाई तो पिता तुल्य पूज्य होते हैं। इनसे बाहुयुद्ध करना उचित नहीं? 0000 स श्रीकृष्ण भी मुस्कराये M भगवान नेमिनाथ Jain Education International नेमिकुमार सोचने लगे। हाँ, तुम ठीक कहते हो बंधु, क्या वास्तव में ही तुम में इतना प्रचण्ड पराक्रम है ? श्रीकृष्ण ने अपनी भुजा फैलाई नेमिकुमार उस पर जैसे ही झूमने लगे, श्रीकृष्ण की भुजा नीची झुक गई। ओह फिर वे श्रीकृष्ण से बोले | नेमिकुमार ने कहा CUD तात ! पहलवानों की तरह मल्ल धूल में लोटना हमें युद्ध करके शोभा नहीं देता। मैं जानता हूँ आप मेरी बल-परीक्षा करना चाहते हैं? 11 For Private & Personal Use Only आप जरा अपनी भुजा लम्बी कीजिये। फिर नेमिकुमार ने अपनी भुजा फैलाकर कहातात ! आप भी झूम कर देखें। GGGGGGGanar www.jainelibrary.org

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