Book Title: Anekant 1965 Book 18 Ank 01 to 06
Author(s): A N Upadhye
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 267
________________ विषय-सूची अनेकान्त को सहायता विषय ७) डा. कस्तूरचन्द जी शास्त्री, एम.ए. पी-एच डी. की सुपुत्री निर्मला और चि. महेश चन्द जी सुपुत्र श्री १. अहंत्-स्तवन-मुनि पद्मनन्दि राजमल जी चादवाड के साथ समन्न होने वाले विवाहो६. प्राचार्य मानतुङ्ग-डा० नेमिचन्द शास्त्री एम. ए. । पलक्ष में निकाले हुए दान में से सात रुपया अनेकान्त को पी-एच डी. २४२ / सधन्यवाद प्राप्त हुए। ३. डा. जेकोबी और वासी-चन्दन-कल्प व्यवस्थापक अनेकान्त -मुनि श्री महेन्द्रकुमार जी (द्वितीय) २४७ अनेकान्त के ग्राहकों से ४. गंज-वासौदा के नमूर्ति व य यन्त्र-लेख -श्री कुन्दनलाल जैन एम. ए. अनेकान्त की १८वें वर्ष की इस छठी किरण के साथ २६१ | सभी ग्राहको का मूल्य समाप्त हो जाता है। १६वे वर्ष ५. साहित्य में अन्तरिक्ष पाश्वनाथ श्रीपुर का प्रथमांक 'श्रीछोटेलाल जैन स्मृति अंक' होगा। जा -नेमचन्द धन्नुसा जैन न्यायतीर्थ महत्वपूर्ण एवं मंग्रहणीय और पठनीय एक बड़ा अंक होगा। ६. भगवान पार्श्वनाथ-परमानन्द जैन शास्त्री २६६ इसमें अनेक बहुमूल्य चित्र होंगे। अकेले अक का मूल्य ४) रु० होगा, किन्तु ग्राहक बनने वालों को वह उसी छ. रुपया ७. अनेकान्त का छोटेलाल जैन विशेषांक- २७५ | के मूल्य में मिलेगा। विशेषांक की प्रतिया भी सीमित परिमाण में छपेगी, अतः अनेकान्त के प्रेमी पाठकों को ८. वृषभदेव तथा शिव-सम्बन्धी प्राच्य मान्यताएं ६) रुपया मूल्य पहले ही भेजकर ग्राहक श्रेणी में अपना ---डा. राजकुमार जैन एम. ए. पी-एच. डी. २७६ नाम लिखा लेना चाहिये। अकेले विशेषांक पर लगनग ६. स्वर्गीय बाबू छोटेलाल जी की अपूर्ण योजनाएँ ३५ पैसे का पोष्टेज लगेगा। अनेकान्त के पुराने ग्राहको -नीरज जैन २८१ | को भी अपना वार्षिक मूल्य शीघ्र मनीआर्डर से भेज देना १०. बाबू छोटेलाल जी-डा. प्रेमसागर जैन २८३ । चाहिये। -व्यवस्थापक ११. वार्षिक विषय सूची २८७ अनेकान्त वीर सेवा मन्दिर २१ दरियागंज, बिल्ली । २६५ सम्पादक-मण्डल डा० प्रा० ने० उपाध्ये डा.प्रेमसागर जैन श्री यशपाल जैन अनेकान्त का वार्षिक मूल्य ६) रुपया एक किरण का मूल्य १ रुपया २५ पै० अनेकान्त में प्रकाशित विचारों के लिए सम्पानक मण्डल उत्तरदायी नहीं हैं।

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