Book Title: Amit Rekhaye Author(s): Devendramuni Publisher: Tarak Guru Jain Granthalay View full book textPage 4
________________ समर्पण जिन्होंने मुझे बाल्यकाल में अपनी प्यारी गोद में बिठाकर ऐतिहासिक और धार्मिक कहानियां सुनाईं, और मन में वैराग्य की भावना उद्बुद्ध की उन्हीं वात्सल्यमूर्ति मातेश्वरी महासती श्री प्रभावती जी म० के कर कमलों में -देवेन्द्र मुनि Jain Education InternationaFor Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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