Book Title: Agam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Anuogdaraim Terapanth
Author(s): Tulsi Acharya, Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 432
________________ परिशिष्ट : १- विशेषनामानुक्रम थिल्लि ླ ླ ཁྭཱ སྠཽརཱྀ ; इंडि दंतकार दंद दक्खवण दण्ड दधि दसना लिया दह दार दास दासो दिट्टिवाय दिट्टिवायसुय दिवस डीडिया दुहि दुध दाहिणड्ढभरह जनपदग्राम दिउ (गु) व्याकरण दुम दुवाल संग दुहण देअड देयर देव देवकुक देवकुल देव देवदत्त दोण वाहन गृह समय के प्रकार पात्र गृह उपकरण मान के प्रकार Jain Education International नाम शिल्पी व्याकरण वन गृह उपकरण खाद्य मान के प्रकार जलाशय गृह कर्मकर कर्मकर ग्रन्थ ग्रन्थ समय के प्रकार जलाशय वाद्य प्राणीवर्ग वनस्पति ग्रन्थ शस्त्र शिल्पी पारिवारिक सदस्य देव जनपदग्राम गृह देव नाम मान के प्रकार ३९२ ३९२ २१९,४१७।२ ३७७ ३३१ ३८०, ३८०११,२,३९१, ४०० ३३१ ३६० ३५०।१,३५१ ३२४ २६९ २६९ ३८०/२ ३९२, ५३१,५३५ ३९२, ४१० ५५७, ६५४,६५६, ६५८, ६६०, ६८०,६८२,६८४, ६८६ ६५४,६५६, ६५८, ६६०, ६८०, ६८२, ६८४, ६८६ ५५६ ३५०।१,३५४ ५०, ४४०, ५४९ ५७०, ५७२ ४१५।१ ३९२ ५६९।१ ८७,८८,३२७/१, ५२५, ६५४,६५८,६५०,६८४ २६४|४ ५०, ५४९ ४१६ ३६० ३१६/२ २०, २५४, २७५, ४०१, ४३२,५६९ ५५६ १९,३९२ २०, २५४, २७५, ४०१, ४३२,५६९ २५२,५५६ ३७४ दोणपाय (ग) दोषमुह दोसिय घपिट्ठा धणु धन्न (पण ) धम्म धम्मचितंग धवलवसह धाउय धायई धूव धेवइय वय (त) नई (दी) नउय नउयंग नंदी नकुल नगर नट्ट नड नलिण नलिणंग नलिणिसंड नाग नागवण नागसुहुम नाडग नात नामिक नावा नाविय निंबय खाद्य वसति के प्रकार शिल्पी For Private & Personal Use Only नक्षत्र मान के प्रकार खाद्य ग्रन्थ परिच्छेद अन्यतीर्थिक प्राणीवर्ग व्याकरण जनपद-ग्राम सुगंधित द्रव्य स्वर स्वर जलाशय समय के प्रकार समय के प्रकार स्वर प्राणीवर्ग वसति के प्रकार नर्तक और खिलाड़ी नर्तक और खिलाड़ी समय के प्रकार समय के प्रकार कुल व्याकरण नायाधम्मका ग्रन्थ नालिया नालिया वन देव वन लौकिक ग्रन्थ लौकिकग्रन्थ गृह उपकरण मान के प्रकार वाहन नाम नाम ३२७।२.५२५।१ ३२३, ५५६ ३५९ ३४१।३ ३८०, ३८०११,२, ३८८ १,२९१,४००, ४०२, ४०३, ४०९,५८६ २६४।६, ३७३-३७६, ५५७ ३२२ २०, २६ ३५३ ३४९,३६७ १८५१ १९,२० ३०१।२ २९८१, २९९ २ २६९, ३५४,३९२, ५३१, ५३५ २१९,४१७ २१९,४१७ ३०६।१ ३६५ ३५१ २८७, ३२३, ३६३, ५५६ ८८ ८८ २१९,४१७ २१९,४१७ १९,२० २० ३२४ ४९, ५४८ ४९,५४८ ३४३ २७० ५०, ५४९ ] ९४ ३८०, ३८०११,२,३९१, ४०० ३३२ ३३२ ३४७ www.jainelibrary.org

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