Book Title: Abhidhan Rajendra Koshme Sukti Sudharas Part 05
Author(s): Priyadarshanashreeji, Sudarshanashreeji
Publisher: Khubchandbhai Tribhovandas Vora
View full book text
________________
मुक्ति का अश
अभिधान राजेन्द्रकोष भाग पष्ठ
562
114. खग्गि विसाणव्वं एगजाते ।
खं 417. खंती य मद्दऽज्जव, विमुत्तया ।
uiui
1564
1030
491
215. गज्जित्ता णाममेगे णो वासित्ता । 77. गन्धाणुरत्तस्स नरस्स एवं ।
गि 142. गिद्धनरा कामेसु मुच्छिया । 405. गिरं च दुटुं परिवज्जए सया । 428. गिहि जोगं परिवज्जए जे ।
646
uiui ui uiuiui
1549
1566
281. गुतिदिए गुत्त बम्भयारी ।
1267
YIN
75. घाणस्स गंधं गहणं वयंति ।।
ui
490
487 1018 1018 1018 1018
1024
60. चक्खुस्स रुवं गहणं वयंति । 202. चत्तारि पुरिस जाता पन्नत्ता । 203. चत्तारि पुरिस जाता पणता । 204. चत्तारि सुता पन्नता । 205. चत्तारि फला-पणता । 206. चत्तारि पुरिस जाता-पन्नता । 207. चत्तारि पुफ्फा -पन्नत्ता । 208. चत्तारि पुरिस जाया-पन्नता । 210. चत्तारि पुरिस जाया-पन्नता । 214. चत्तारि पुरिस जाता-पन्नत्ता । 342. चउव्विहा बुद्धी पन्नत्ता, तं जहा । 424. चत्तारि वमे सया कसाए ।
vi vi ui ui ui ui ui ui ui ui ui ui
1026
5 1026-1027
1026
1029
1328
1566
अभिधान राजेन्द्र कोप में, सूक्ति-सुधारस • खण्ड-5 . 185
--
Page Navigation
1 ... 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240 241 242 243 244 245 246 247 248 249 250 251 252 253 254 255 256 257 258 259 260 261 262 263 264 265 266