Book Title: Aagam Sambandhi Saahitya 02 Pratyek Buddhbhashitani Rushibhashitsutrani Moolam
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad
View full book text ________________
आगम संबंधी साहित्य
[भाग-2] प्रत्येकबुद्धभाषितानि ऋषिभाषितसूत्राणि
...... अध्ययन-[२३], .........मूलं [१] / गाथा [१] ......... पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधित: मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलितः (पूर्वकाले आगमरूपेण दर्शित:) "ऋषिभाषित-सूत्राणि-मूलं
[२३] 'रामपुत्तिय' अध्ययनं
प्रत सूत्रांक [१] गाथा ||१||
सिदि। दुवे मरणा अस्सिं लोए पवमाहिज्जंति, तंजहा-सुहमतं चेव दुहमतं वेव, राम पुत्ते ण अरहता इसिणा युइत एवं वित्ति' विष्णत्ति बेमि, इमस्त खलु ममाइस्स असमायलेसस्त गडपलिघाइयस्स गंडबंधणपलियस्स गंडबंधणपडियात' करेस्सामि, अल पुरेमएण, तम्हा गडबंधणपडियात' करेत्ता णाणदलणचरित्ताई पडिसेविस्सामि, णाणेण जाणिप दसणेणं पासित्ता संजमेण संजमिय तयेण अधिएकम्मरयमल विझुणित विसोहिय अणादीयं अणवतम्गं दीहमद्धं चाउरंतसंसारकतार वीतिवत्तित्ता सिवमयलमत्यमक्खयमन्यावाहमपुणरावत्तय सिद्धिगतिणामधिज्ज ठाणं संपत्ते अणातगद्ध' सासत कालं चिहिस्सामिति ॥ एवं से सिध्दे ॥ २३ ॥ रामपुतियझयण ॥ २३ ॥
दीप
अनुक्रम [२३४२३५]
~39~
Loading... Page Navigation 1 ... 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78