Book Title: $JES 921H Karuna me Srot Acharan me Ahimsa Reference Book
Author(s): Pramoda Chitrabhanu, Pravin K Shah
Publisher: JAINA Education Committee

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Page 56
________________ Jain Education International करुणा-स्रोतः आचरण में अहिंसा जिससे उसमें रोग के कीटाणु भी फैलते हैं। यह सड़न शीघ्र ही अंडे के बाह्य कवच तक पहुँच जाती है । अंडे में लोलेस्ट्रोल (Cholesterol) अत्यधिक प्रमाण में होता है। उसका पीला भाग कोलेस्ट्रोल से परिपूर्ण होता है । कोलेस्ट्रोल धमनी / रक्तवाहिनी को सैंकड़ा करता है जिसके परिणाम स्वरूप हृदयरोग का आक्रमण, पक्षाघात ( पेरेलेसिस) होता है । अंडे का आहार करने से वायु के रोग एवं गठिया संबंधी रोग उत्पन्न होते हैं। परिणाम स्वरूप वृद्धावस्था में जोड़ों में भयानक दर्द होता है। उपरोक्त हकीकत यह बात सिद्ध करती हैं कि अंडा शाकाहारी नहीं है अतः अंडे के विषय में आप पुनः पुनः विचार करें एवं अंडा रहित समतोल आहार लेने का प्रारंभ करें जिसमें तंदुरस्ती की रक्षा हेतु अनेक पोषक द्रव्य एवं रेषाओं की विपुलता होती है। 56 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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