Book Title: Varruchi Prakrit Prakash Part 02
Author(s): Kamalchand Sogani, Seema Dhingara
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

View full book text
Previous | Next

Page 17
________________ क्रिया सूत्र 1. ततिपोरिदेतौ 7/1 ततिपोरिदेतौ {(त) + (तिपोः) + (इत्) + (एतौ)}.. {(त) - (तिप्) 6/2} { (इत) - (एत्) 1/2 } . त और तिप् के स्थान पर इत् → 'इ' और एत् → 'ए' (होते हैं)। वर्तमानकाल के त और तिप् (अन्य पुरुष एकवचन के प्रत्यय) के स्थान पर इत् → 'ई' और एत् → 'ए' होते हैं। (हस + त, तिप्) = (हस + इ, ए) = हसइ, हसए.. (वर्तमानकाल, अन्यपुरुष, एकवचन) 2. थास्सिपोः सि से 7/2 थास्सिपोः सि से { (थास्) + (सिपोः)} {(थास्) - (सिप्) 6/2} सि (सि) 1/1 से (से) 1/1 थास् और सिप् के स्थान पर 'सि' और 'से' (होते हैं)। वर्तमानकाल के थास् और सिप् (मध्यम पुरुष एकवचन के प्रत्यय) के स्थान पर 'सि' और 'से' होते हैं। (हस + थास्, सिप्) = (हस + सि, से) = हससि, हससे (वर्तमानकाल, मध्यमपुरुष, एकवचन) 3. इट् - मिर्पोमिः 7/3 इट् - मिर्पोमिः { (इट्) - (मिपोः) + (मिः)} { (इट्) - (मिप्) 6/2 } मिः (मि) 1/1 इट् और मिप् के स्थान पर 'मि' (होता है)। वर्तमानकाल के इट् और मिप् (उत्तम पुरुष एकवचन के प्रत्यय) के स्थान पर 'मि' होता है। (हस + इट्, मिप्) = (हस + मि) = हसमि (वर्तमानकाल, उत्तमपुरुष, एकवचन) वररुचि-प्राकृतप्रकाश (भाग - 2) Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62