Book Title: Varruchi Prakrit Prakash Part 02
Author(s): Kamalchand Sogani, Seema Dhingara
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 24
________________ भविष्यत्काल सोच्छिइ, सोच्छिहिइ, सोच्छेइ, (अन्य पुरुष, एकवचन) सोच्छेहिइ सोच्छिन्ति, सोच्छिहिन्ति, (अन्य पुरुष, बहुवचन) सोच्छन्ति, सोच्छेहिन्ति. सोच्छिसि, सोच्छिहिसि, (मध्यम पुरुष, एकवचन) सोच्छेसि, सोच्छेहिसि सोच्छिह, सोच्छिहिह, (मध्यम पुरुष, बहुवचन) सोच्छेह, सोच्छेहिह सोच्छिमि, सोच्छिहिमि, (उत्तम पुरुष, एकवचन) सोच्छेमि, सोच्छेहिमि सोच्छिमो, सोच्छिहिमो, (उत्तम पुरुष, बहुवचन) सोच्छेमो, सोच्छेहिमो नोट - सूत्र 7/33 से अकासन्त धातु के अन्तिम 'अ' को 'ई' और 'ए' हुआ है। .. 18. उसु मु विध्यादिष्वेकवचने 7/18 उ सु मु विध्यादिष्वेकवचने { (विधि) + (आदिषु) + (एकवचने)} . उ (उ) 1/1 सु (सु) 1/1 मु (मु) 1/1 { (विधि)- (आदि) 7/3 } एकवचने (एकवचन) 7/1 विधि आदि (अर्थ) में एकवचन में 'उ', 'सु', 'मु' (होते हैं)। विधि आदि अर्थ में (तीनों पुरुषों - अन्य पुरुष, मध्यम पुरुष व उत्तम पुरुष के) एकवचन में क्रमशः 'उ', 'सु', 'मु' होते हैं। वररुचि-प्राकृतप्रकाश (भाग - 2) 1 . Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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