Book Title: Tristuti Paramarsh
Author(s): Shantivijay
Publisher: Jain Shwetambar Sangh

View full book text
Previous | Next

Page 3
________________ 2SCENERATAR किताब, | [त्रिस्तुति-परामर्श,] [सूरिमंत्रप्रसादेन-खंडयामिशतंमतं,] (इसकों) जनाब-फेजमाब-मग्जनेइल्म-महाराज-जैनश्वेतांबर धर्मोपदेष्टा-विद्यासागर-न्यायरत्न-मुनि-शांतिविजयजीने-फायदेखास जैनश्वेतांबरके-मुरत्तिबकिया, (और.) जैन-श्वेतांबर-संघ-पाचोरा-जिलाखानदेशने छपवाकर-जाहिरकिया. LTD ( आमलोग इसकों-ब-गौरदेखे.) ___ . [इसमें.] प्रश्नोत्तरपत्रिका-पृछाप्रतिवचन-श्रीमण्यरहस्य-पयूषण निर्णयपत्रिका-विवेचनप्रियजैनबंधुका इस्तिहार-एकजैन बंधुको जाहिखबर-जिज्ञासुजनमनन्समाधि-और-तीन स्तुतिप्राचीनताकिताबवगेराका-जवाब दर्ज है, . Dy. N TOSALIT. O . TAR Oly [प्रथम-आति .] अमदावाद. धी सरस्वती ओइल इनजीन प्रीन्टींग प्रेस. (संवत १९६३-) _ (मूल्य ०-८-०) सने १९०७. - 1 . Aw I

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 ... 90