Book Title: Tirthankar Mahavira aur Unki Acharya Parampara Part 4
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Shantisagar Chhani Granthamala

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Page 468
________________ १४ २१४१७ २४३९ ४०५ २०५ . ३३१२५ ३०७ ३१३२५ ३२१४५ ३॥२८८ ४८२ नेमिचन्द्र टीकाकार ई० १६वीं शती भर नेमिचन्द्र सिदान्तचक्रवर्ती ई० १०वीं शती अन्त नेमिचन्द्र सिखान्तिदेव वि० १२वीं शतीका आदि (नेमिचन्द्र मुनि) पद्मनार परमेष्ठीसहाय सं० १८६५के करीब पपकीर्सि मुनि शक सं० ९९९ करीब पपनन्दि द्वितीय ई०११वीं शती पपनन्दि प्रथम ई० ९७७-१०४३ पग्रनन्दि भटटारक ई०१४वीं शती पपनाम ई० १५८० पप्रनाभ कायस्थ ई० १४-१५वीं शती बचप्रम मलधारिदेव ई० ११०३ के पूर्व पासिंह मुनि वि० सं १०८६ के पूर्व षमसुन्दर वि. १७वीं पाण्डे जिनदास वि० १७वीं शती पात्रकेसरी (पात्रस्वामी) वि०६ठी शती अन्त सं० १८वीं शती पावंदेव ई०१२-१३वीं शती पाव पण्डित ई. १२०५ पुण्यसागर पुष्पदन्त ई० १-२री शसीके करीब पुष्पदन्त महाकवि ई० १० वीं शती पोन्न कवि ई० २५० के करीब प्रभाचन्द्र ई० ११वीं शती प्रमाचन्द्र बृहत् वि० ४-५वीं प्रभाचन्द्र भट्टारक वि० १६वीं शती बखतराम १२वो शसी बटटकेर ई० सन् की १ ली शती बनारसीदास महाकवि वि० सं० १६४३ बल्खुवर्मा ई० १२०० बल्हकवि (बूधिराज) वि० १६वीं शती बालचन्द्र ई० १खों शती २२३७ पामो ३०२ ४।३१ २१५० ४११०४ वा२९१ २१११७ જો૨૪૮ ४३११ ४१२३० ४२८९ ४५४ : वीपंकर महावीर और उनकी वाचार्यपरम्परा

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