Book Title: Tirthankar Mahavira aur Unki Acharya Parampara Part 4
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Shantisagar Chhani Granthamala

View full book text
Previous | Next

Page 483
________________ ४॥२८२ ३२२४० ४३०६ ४३०१ चौबीसदण्डक पौरासीजाति-जयमाल चौवीसी-पाठ बीबीसी-पाठ छत्रसेनगुरु-आरती छपस्थवाणी छन्दशतक छन्दानुशासन छन्दोम्बुधि छहढाला छेदपिण्ड जंबुसामिचरित जंबूदीवपणत्ति जटामुकुट जन्माभिषेक अम्बूचरित जम्बूद्वीपपूजा दौलसराम कासलीवाल जिनदास मनरंगलाल वृन्दावनदास छत्रसेन तारणस्वामी वृन्दावनदास अभिनव वाग्भट्ट नागवर्म कला मनितीन इन्द्रमन्दि द्वितीय वीर कवि पप्रनन्दिप्रथम गङ्गादास पूज्यपाद खुशालचन्द काला जिनदास ब्रह्म जिनदास नथमल विलाला राजमहल पाण्डे जिनदास दयासागर ब्रह्म जिनदास भट्टारक सकलकोत्ति जिनसेन भुवनकीत्ति ब्रह्म जिनदास वीरचन्द्र जिनसेन द्वितीय शानभूषण अमरकीर्तिगणि पुष्पदन्त ४॥२४४ ४१३०१ १३९ ४१३१० ४।२८९ ३३२२१ ४।१२७ ३।११० ३१४४८ २।२२५ ४१३०३ ३।३४० जम्बूस्वामीचरित जम्बूस्वामीपुराण जम्बूस्वामी रास १२८१ ४१७९ ४/३०४ ४।३२२ ३२३४० ३२३२९ ४॥३२२ ३३३३७ ३२३४३ ३।३७६ २२३४७ ३२३५४ ४१५७ ४४१११ परिशिष्ट : ४६९ जम्बूस्वामिवेलि जयषवला (कसायपाइड-टीका) जलगालन-रास जसहरचरिउ

Loading...

Page Navigation
1 ... 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510