Book Title: Tirthankar Mahavira aur Unki Acharya Parampara Part 4
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Shantisagar Chhani Granthamala

View full book text
Previous | Next

Page 487
________________ तिसद्धिमहापुरिसगुणालंकार तीनचौबीसी - स्तुति तीर्थंकरके भजन तीर्थं जयमाला तीसचौबीसीपाठ तीसचीबीसी पूजा तेरहृद्वीपपूजा तस्वार्थ श्रुतसागरी- टीका त्रिभङ्गीसार त्रिलोकसार टीका त्रिलक्षणक दर्शन त्रिलोकदर्पण त्रिलोकसार त्रिलोकसार- संस्कृतटीका " त्रिलोकसारपूजा त्रिषष्ठिस्मृतिशास्त्र त्रेपनक्रिया त्रेपनक्रियागीत पनक्रिया विनती त्रैलोक्यदीपक ( महापुराण) " थोरसामि- दितित्ययरभत्ति) दंसणकह्रयणकरंडु दंसण- पाहुड दयारस-रास दर्शन - सार दर्शन -स्तोत्र दशभक्त्यादिमहाशास्त्र दशलक्षण दशलक्षणकथा पुष्पदन्त ब्रह्म जीवन्चर महितसागर जयसागर वृन्दावनदास शुभचन्द्र " टेकचन्द तारणस्वामी माधवचन्द वि पात्रकेसरी (पात्रस्वामी) खडगसेन नेमिचन्द्र सिद्धन्तचक्रवर्ती माधवचन्द्र विद्य टोडरमल वामदेव आशाधर ब्रह्म गुलाल सोमकीत्ति गंगादास वामदेव पण्डित वामदेव कुन्कुन्द श्रीचन्द्र कुन्दकुन्द गुणचन्द्र देवसेन ब्रह्म जीवन्धर वर्द्धमान द्वितीय महितसागर ब्रह्म ज्ञानसागर ४४११० ३।३९१ ४/३२० ४१३०२ ४ | ३०१ ३।३६५ ३श३६५ ४/३०५ ४२४४ ३२८८ २।२४१ ४२८० ૪૨૭ ३।२९० ४२८६ ४६७ ४१४७ ४/३०४ ३।३४७ ३।४४८ ४६६ ४१६७ २।११६ ४|१३४ २११४ ३।४२४ २३७० ३।३८७ ३।४४७ ४|३२० ३१४४३ परिशिष्ट : ४७३

Loading...

Page Navigation
1 ... 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510