Book Title: Tirthankar Mahavira aur Unki Acharya Parampara Part 4
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Shantisagar Chhani Granthamala
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जीवन्धरपुराण
जीवन्धररास
जिनसागर जिनसागर भट्टारक भुवनकीति जिनदास कोटेश्वर
३१४५० ४॥३२२ ३३३३७ ३।३४० ४॥३११ ४११८ २।१९८ ४/३११ २।२३० २२११५ ४।२४० ४/३०४
जीवन्धरषटपादि जीवसम्बोधने जीवसिद्धि (अनुपलब्ध) जैनगणितटीकोदाहरण जैनेन्द्रव्याकरण जोइभत्ति जोगीररस जोगीरासो ज्येष्ठजिनवरकथा ज्येष्ठजिनवरपूजा
समन्तभद्र राजादित्य पूज्यपाद
ज्येष्ठजिनवररास ज्योतिर्शानविधि ज्यालामालिनीकल्प ज्वालिनीकल्प सुम्बिकगीत झूलना टंडाणागीत हुंडाणारास णमोकारगीत णामकुमारचरिउ णिझरपंचमीकहा पिदुक्खसत्तमी-कहा
भगवसीदास पाण्डे जिनदास ललितकीत्ति चन्द्रकीति जिनसागर ब्रह्म जिनदास बयसागर ब्रह्म जिनदास श्रीधर इन्द्रनन्दि प्रथम मल्लिषेण ब्रह्म जीवन्धर छत्रसेन बल्ह भगवतीदास सकलकोत्ति पुष्पदन्त ब्रह्मा साधारणकवि
३४४२ ३५०
३३३३९ ४३०२ ३२३४२ ३२१९३ ३।१८० ३।१७६ ३१३९० ३१४४६ ४॥२३२ ४॥२३९ ३३३३०
बालचन्द्र
४४२४२ ४।२१८ ४१९० २११६ ४॥२०१
णिव्याणभत्ति मिणाह-चरित
कुन्दकुन्द रइधू
परिशिष्ट : ४७१
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