Book Title: Tirthankar Mahavira aur Unki Acharya Parampara Part 4
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Shantisagar Chhani Granthamala

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Page 484
________________ रधू ४१२०५ ३१९२ ४१३११ ३।३४० ३।४११ ३२३७६ ३२४४९ ४२८१ ३३३८३ ३४४३ ३२४४२ ४|१७५ ४/३०६ ३।१४ असहरचरित जातकतिलक श्रीधर श्रीधराचार्य विपन्दगीत जिनदास जिणरतिकहा यश:कीत्ति जिन आसरा मोरया जिनकया जिन सागर जिनगुणविलास नथमल बिलाला जिनचतुर्विशतिस्तोत्र जिनचन्द्र जिनचौबीसी ब्रह्मज्ञानसागर चन्द्रकोत्ति जिनदत्तकथा लाखू जिनदत्तचरित राजसिंह कवि गुणभद्र जिनयज्ञकल्प आशाधर जिनवरस्वामी विनती सुमतिकीत्ति जिनशतक भूधरदास जिनसहस्रनाम-टीका श्रुतसागरसूरि जिनेन्द्रमालई जिमंधरचरित जिह्वादन्तसंवाद सुमतिकीति जीणंवरचरित जीरापल्लीपार्श्वनाथस्तवन भट्टारक पचनन्दि जीवकचिन्तामणि तिरुक्कतेवर सिस्तक्कतेवर जीवड़ा-गीत जिनदास जीवतत्त्वप्रदीपिका(गोम्मटसारटीका) टीकाकार नेमिचन्द्र जीवन्धरचम्पू हरिचन्द जीवन्धरचरित दौलतराम कासलीवाल नथमल विलाला भास्कर शुभचन्द्र ४७० : तीमंकर महावीर और उनकी आचार्यपरम्परा ३३७९,३८० ४।२७५ ३१३९८ ४१३१७ ४/२०१ ३३३८० ४।२०१ रझ्धू ४१३१६,३१७ ४१३१३ ३१३४० ४॥२८२ ४।२८१ ४१३११ ३.३६७

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