Book Title: Tirthankar Mahavira aur Unki Acharya Parampara Part 4
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Shantisagar Chhani Granthamala

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Page 505
________________ ४/३५ ४१२४४ श३२५ ४७२ ४५८ ३२३३३ ३४०४ ३१४०० ४/२८२ २३५९ ४॥३१८ पृङ्गाराजवचन्द्रिका (अलारसंग्रह) विजयवर्णी श्रावकाचार तारणस्वामी श्रावकाचारसारोद्धार भट्टारक पद्मनन्दि श्रीपाल-आख्यान वादिजन्द्र श्रीपाल-चरित धर्मधर सकलकोति ब्रह्मनेमिदत्त श्रुतसागर सूरि दौलतराम कासलीवाल श्रीपाल-रास ब्रह्म जिनदास श्रीपुर-पार्श्वनाथस्तोत्र विद्यानन्द श्रीपुराण मसात श्रुसज्ञानोद्यापन वामदेव श्रुतजयमाला ब्रह्म जीवन्धर श्रुतपूजा शानभूषण श्रुतसागरी टीका (तत्त्वार्थवृत्ति)। श्रुतसागर सूरि श्रुतस्कन्धकथा गंगादास ब्रह्मज्ञानसागर ललितकीर्ति श्रुतस्कन्धपूजा श्रुतसागरसूरि श्रेणिकचरित जनार्दन शुभचन्द्र श्रेणिकपुराण गुणदास श्रेणिकरास ब्रह्मजिनदास श्वेताम्बर-पराजय जगन्नाथ षटकर्मरास शानभषण षट्कर्मोपदेश अमरकीतिगणि षट्खण्डागम (छयखण्डागम) पुष्पदंत-भूतवलि षट्पाहुइन्वनिका टेकचन्द षप्राभृत-टीका श्रुतसागरसूरि षट्रस-कथा ललितकीर्ति षधर्मोपदेशमाला ३२३९० ३२३५२ ३२३९५ ३४४८ ३।४४३ ३४५३ ३२४०० १३२२ ३२३६५ ४।३१९ ३२३४२ ४१९१ ३२३५२ ४११५८ रा५९ ४१३०५ ३२३९७ ३१४५३ ४/२०१ रइधू परिशिष्ट : ४९१

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