Book Title: Tirthankar Mahavira aur Unki Acharya Parampara Part 4
Author(s): Nemichandra Shastri
Publisher: Shantisagar Chhani Granthamala
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३१३७४ ४॥३२० ३।५३
३३२६९
१३२१ ४॥३११ रा२९९
२३४५१ ४॥३११ ४॥२३३ ४।३०३ २२१२२ ३।४११
३११४८
वीरचन्द्र
वि० सं० १५५६-१५८२ वीरदास (पासकीति)
शक सं० १६वीं शसी वीरनन्दि
ई०९५०-९१९ वीरनन्दि सिद्धान्तचक्रवर्ती ई० १२वीं शती मध्य वीरसेनाचार्य
ई०८१६ वोम्मरस
ई०१४८५ वृन्दावन दास
वि० सं० १८४२ शकिटायन (पाल्यकोति) ई० १०२५के पूर्व शान्त (शान्तिषेण)
वि० ७वीं शती शान्तिकीति शाह ठाकुर कवि
वि० १७वीं शती शिरोमणिदास
वि० सं०१७वीं शती शिवार्य
ई० प्रथम शती शुभकीर्ति
वि० १५वीं शती शुभचन्द्र शुभचन्द्र
वि०११वीं शती शुभचन्द्र
सं० १५३५-१६२५ श्रीचन्द
ई० ११वीं शती श्रीदत्त
वि०४-५वीं शती श्रीधर तृतीय
वि० १३वीं शती श्रीधर द्वित्तीय
वि० १३वीं शती श्रीधर देव
ई. १५०० श्रीधर प्रथम (विवुध श्रीधर) वि० १२वीं शती श्रीधरसेन
ई० १३-१४वीं शती श्रीधराचार्य
ई०८-९वीं शती श्रीधराचार्य
ई०१०४६ श्रीपाल
वि. ९वीं शती श्रीभूषण
वि. १७वीं शती श्रुतकीति भट्टारक
वि०१६वीं शतो श्रुसमुनि
ई० १३वीं शती उत्तरार्द्ध श्रुतसागर सूरि
वि०१६वीं शती सकलकीति भट्टारक
वि० सं० १४४३-१४९९ ४५८ : तीर्थकर महावीर और उनकी आचार्यपरम्परा
જ૮
४१४५ ४॥३११ ४।१३७
४।६०
३११८७ ४१३११ २।४५२ ३१४३९ ३१४३० ३।२७२ ३।३९१ ३२३२६
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