Book Title: Sramana 2016 04
Author(s): Shreeprakash Pandey, Rahulkumar Singh, Omprakash Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi
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गुजराती अनुवाद :
मारी माता मने पहेलां कह्युं हतु के मारी नानी बेन ने मारा भाईए (भूचर) राजाना मित्र एवा भानुवेग राजा ने आपेली छे.
हिन्दी अनुवाद :
मेरी माता ने पहले मुझसे कहा था कि मेरी छोटी बहन मेरे भाई (भूचर) राजा के मित्र, ऐसे भानुवेग राजा को दी गयी है ।
गाहा :
ता माऊ - सिया-धूया भगिणी तं होसि मज्झ चंद- मुहि! | इय जंपिऊण दिन्नं तीए मह साइयं गरुयं । । २१७ । । संस्कृत छाया :
तस्मात् मातृष्वसृदुहिता भगिनी त्वं भवसि मम चन्द्रमुखि ! । इति जल्पित्वा दत्तं तया मम स्वागतं गुरुकम् ।। २१७।।
गुजराती अनुवाद :
तेथी हे चंद्रमुखी! तुं तो मारी मासी नी दीकरी बहेन थाय छे. एम कहीने तेणी मारो बहु सत्कार कर्यो.
हिन्दी अनुवाद :
इसलिए हे चन्द्रमुखी! तूं तो मेरी मौसी की लड़की या मौसेरी बहन हो, ऐसा कहकर उसने मेरा बहुत सत्कार किया।
गाहा :
तत्तो य मए भणियं आगच्छसु भगिणि! मज्झ गेहम्मि | बंधु-जण- वच्छलाए अंबाए दंसणं कुणसु ।। २१८ ।।
संस्कृत छाया :
ततश्च मया भणितमागच्छ भगिनि ! मम गेहे ।
बन्धुजनवत्सलाया अम्बाया दर्शनं कुरु ।। २१८ ।।
गुजराती अनुवाद :
त्यार पछी में कयुं- 'हे बहेन ! आजे तुं अमारा घरे चाल, अने बंधुजन ने वत्सल एवी मारी माता नुं दर्शन कर ।