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Landmark of Bāhubali Images in Karnataka
Prof. M.N.P. Tiwari
इतिहास, पुरातत्त्व एवं कला इतिहास, पुरातत्त्व एवं
५४ १०-१२ २००३ १०३-११० ५४ १०-१२ २००३ १११-११८
Origin of Śramaņism causes and conflict
Dr.Niharika
कला
५४
१०-१२
२००३ ११९-१३८
Jaina Contribution to Indian Grammar लाढ़ प्रदेश में महावीर
Dr. A. K. Singh डॉ. रमाकान्त जैन
आगम एवं साहित्य इतिहास, पुरातत्त्व एवं
११२ : श्रमण, वर्ष ६१, अंक ४/ अक्टूबर-दिसम्बर-१०
कला
५५
१-६
२००४
१-३ ।
त्रस एवं स्थावर का विभाग
समणी मंगल प्रज्ञ
१-६
२००४
४-९
जैन दर्शन में रत्नत्रय
प्रो. अमरनाथ पाण्डेय
१-६
२००४
१०-१४
जैन दर्शन में निहित वैज्ञानिक तत्त्व
डॉ. अनुपम जैन
दर्शन-तत्त्व मीमांसा एवं ज्ञान मीमांसा दर्शन-तत्त्व मीमांसा व ज्ञान मीमांसा दर्शन-तत्त्व मीमांसा एवं ज्ञान मीमांसा दर्शन-तत्त्व मीमांसा एवं ज्ञान मीमांसा आगम एवं साहित्य समाज एवं संस्कृति समाज एवं संस्कृति
१-६
२००४
१५-३२
श्री अनिल कुमार सोनकर
जैन धर्म में प्रतिपादित षडावश्यक की समीक्षा
और इसकी प्रासंगिकता पार्वाभ्युदय काव्य में अभिव्यंजित मेघदूत काव्य सामान्य केवली और अर्हन्तपद : एक समीक्षा जीवन्धरचम्पू में पर्यावरण की अवधारणा
डॉ. मधु अग्रवाल साध्वी विजयश्री डॉ. कमलेश कुमार जैन
५५ ५५ ५५
१-६ १-६ १-६ १-६
२००४ २००४ २००४ २००४
३३-४५ ४६-५१ ५२-५६ ५७-६३