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लेख
Can there be a choice between Religion or
no Religion
The Influence of Jainism on Akbar,
The Mughal Emperor
The concept of Mind in won-Buddhist
Philosophy and Yoga
Anekanta and concept of Absolutism in Jainism
जैन परम्परा में मंत्र - तन्त्र
तपः साधना और समाधान
निरयावलिया-कल्पिका : एक समीक्षात्मक अध्ययन धार्मिक सहिष्णुता और धर्मों के बीच मैत्री भाव- जैन दृष्टिकोण
वैदिक, श्रमण परम्परा और उसकी लोक- यात्रा
लेखक
Dr. Kanchan Saxena
Dr. Nirmala Gupta
Prof. Soon-Keum Kim
Dr. Jagdish P. Jain
डॉ. ऋषभचन्द्र जैन
'फौजदार '
डॉ. रज्जन कुमार डॉ. सुधा जैन डॉ. राजेन्द्र जैन
डॉ. विन्ध्येश्वरी प्रसाद मिश्र 'विनय'
आप्तोपदेशः शब्दः की जयन्त भट्टीय व्याख्या
डॉ. जयन्त उपाध्याय
डॉ. संजय कुमार सिंह
कालिदास के नाटकों में प्रयुक्त प्राकृत के तद्धित प्रत्यय कौशल्या चौहान
विषय
वर्ष
धर्म, साधना, नीति एवं आचार ५८
इतिहास, पुरातत्व एवं कला ५८
दर्शन - तत्त्व मीमांसा एवं ज्ञान
मीमांसा
दर्शन - तत्त्व मीमांसा और
ज्ञान मीमांसा
५८
धर्म, साधना, नीति एवं आचार ५८
५८
५८
धर्म, साधना, नीति एवं आचार ५८ आगम और साहित्य धर्म, साधना, नीति और आचार ५८
धर्म, साधना, नीति एवं आचार ५८
दर्शन - तत्त्व मीमांसा और
ज्ञान मीमांसा
आगम और साहित्य
५८
५८
अंक ई.सन्
१
१
१
२-३
पृष्ठ
२००७ ११४ - १२०
२००७ १२१-१३०
२००७ १३१ - १४२
२००७ १४३-१४९
२००७
१-१२
२-३ २००७
२-३
२००७
२-३
२००७
२-३ २००७
२-३ २००७
२-३
२००७
१३-२२
२३-३३
३४-४२
४३-५३
५४ - ६२
६३-७५
१२४ : श्रमण, वर्ष ६१, अंक ४ / अक्टूबर-दिसम्बर - १०