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लेख
लेखक
वर्ष
अंक
ई.सन्
पृष्ठ ।
Concept of self Evolution in Jainism
Dr.M.R.Mehta
विषय धर्म, साधना, नीति एवं आचार समाज एवं संस्कृति
५५ ५५
१-६ १-६
२००४ १२९-१३४ २००४ १३५-१४७
D.S. Baya 'Sreyas'
Jaina Śramaņa Tradition from Ādinātha to Pārswanātha Social Aspect of Non-Violence
Dr. B.N. Sinha
५५
१-६
२००४ १४८-१७३
११४ : श्रमण, वर्ष ६१, अंक ४/ अक्टूबर-दिसम्बर-१०
प्रो. सागरमल जैन
जैन और बौद्ध प्रमाण मीमांसा : एक तुलनात्मक अध्ययन कर्म साहित्य में तीर्थंकर
७-९
२००४
१-१६
डॉ. धर्मचन्द्र जैन
आवश्यकसूत्र का स्रोत एवं वैशिष्ट्य प्राकृत साहित्य का कथात्मक महत्त्व संवेगरंगशाला में प्रतिपादित मरण के सत्रह प्रकार
धर्म, साधना, नीति एवं आचार दर्शन-तत्त्व मीमांसा व ज्ञान मीमांसा दर्शन-तत्त्व मीमांसा एवं ज्ञान मीमांसा आगम एवं साहित्य आगम एवं साहित्य धर्म साधना नीति एवं आचार आगम और साहित्य धर्म, साधना, नीति एवं आचार आगम एवं साहित्य
श्री अनिल कुमार सोनकर डॉ. हुकुमचन्द्र जैन साध्वी प्रियदिव्यांजनाश्री
५५ ५५ ५५
७-९ ७-९ ७-९ ७-९
२००४ २००४ २००४ २००४
१७-२५ २६-३६ ३७-४२ ४३-४८
साध्वी डॉ. मंजुश्री श्री महेन्द्र कुमार 'मस्त
५५
७-९
२००४
जैन आगमों में संगीत विज्ञान | भगवान् महावीर द्वारा प्रतिपादित गृहस्थों की आचार संहिता नेमिदूतम् का अलंकार लावण्य
४९-५६
५५ ५५
७-९ ७-९
डॉ. विनोद कुमार शर्मा एवं आशा शर्मा
२००४ २००४
५७ ५८-८१