Book Title: Sramana 2006 01
Author(s): Shreeprakash Pandey
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

View full book text
Previous | Next

Page 4
________________ श्रमण जनवरी-मार्च २००६ सम्पादकीय विषयसूची हिन्दी खण्ड १. प्राकृत कथा-साहित्य में सांस्कृतिक चेतना -डॉ० श्रीरंजन सूरिदेव १-१० २. कर्पूरमञ्जरी में भारतीय समाज -डॉ० हरिशंकर पाण्डेय ११-१८ ३. तत्त्वार्थसूत्र का पूरक ग्रन्थ : जैन सिद्धान्त-दीपिका -डॉ०धर्मचन्द जैन १९-३२ ४. भारतीय व्याकरण शास्त्र की परम्परा -डॉ० अतुल कुमार प्रसाद सिंह ३३-४४ ५. पद्म पुराण में राम का कथानक और उसका सांस्कृतिक पक्ष -डॉ० श्वेताजैन ४५-५३ ६. धम्म चक्र प्रवर्तन सूत्र : मानवीय दुःख विमुक्ति का निदान पत्र -प्रो० अँगने लाल ५४-५९ ७. प्रतीत्यसमुत्पाद और निमित्तोपादानवाद -कु० अल्पना जैन ६०-६५ ८. महावीर कालीन मत-मतान्तर : पुनर्निरीक्षण -डॉ. विभा उपाध्याय ६६-८४ ९. जैन धर्म के जीवन मूल्यों की प्रासङ्गिकता -दुलीचन्द जैन ८५-९६ १०. वैदिक ऋषियों का जैन परम्परा में आत्मसातीकरण -डॉ० अरुण प्रताप सिंह ९७-१०५ ११. 'दया-मृत्यु' एवं 'संथारा-प्रथा' का वैज्ञानिक आधार -डा० रामकुमार गुप्त १०६-१११ १२. जैन श्रमण संघ में विधि शास्त्र का विकास -डा० शारदा सिंह ११२-१२० १३. देवानन्दा-अभिनन्दन -कुमार प्रियदर्शी १२१-१२३ ENGLISH SECTION 14. The Conception of Death in Buddhism and Jainism -Dr. Pramod Kumar Singh 126-138 15. Jaina Sasanadevatās : . - Dr. Nandini Verma Source and Iconography Dr. Ratnesh Verma 139-141 १६. विद्यापीठ के प्राङ्गण में १४२-१४७ १७. जैन जगत् १४८-१५६ १८. साहित्य सत्कार १५७-१६१ ब Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 ... 170