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40 श्रमण / जनवरी - जून २००२ संयुक्तांक
पर २४-२५ फरवरी २००२ को दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। चार सत्रों में चले इस संगोष्ठी में ४० वक्ताओं ने अपने-अपने आलेखों का वाचन किया। संगोष्ठी में विभिन्न ऐतिहासिक पहलुओं के साथ-साथ वर्तमान युग की कई ज्वलन्त समस्याओं पर भी गम्भीर चर्चा हुई। इस अवसर पर कुन्दकुन्द ज्ञानपीठ, इन्दौर द्वारा प्रकाशित दो पुस्तकों का विमोचन भी सम्पन्न हुआ।
स्मृति मन्दिर प्रतिष्ठा महोत्सव सानन्द सम्पन्न
जिनशासनरत्न तपागच्छाधिपति आचार्य विजयरामचन्द्रसूरिजी महाराज की पुण्यस्थली साबरमती - रामनगर ( अहमदाबाद) में नवनिर्मित चार मंजिली देवगुरु स्मृति मन्दिर की अंजनशलाका-प्रतिष्ठा महोत्सव का २७ दिवसीय समारोह २७ फरवरी को सानन्द सम्पन्न हुआ। सम्पूर्ण कार्यक्रम स्व० आचार्य विजयरामचन्द्रसूरि जी के अन्तेवासी एवं पट्टधर आचार्य विजयमहोदय सूरिजी की निश्रा में हुआ। २७ दिन तक चले इस भव्य समारोह में ३०० से अधिक साधु एवं लगभग १००० साध्वियों और देश के कोने-कोने से पधारे लाखों गुरु भक्तों ने भाग लिया।
भगवान् महावीर दिगम्बर जैन विद्वत् समिति का गठन
सुजानगढ़ १२ मार्च : भगवान् महावीर के २६०० वें जन्म कल्याणक महोत्सव वर्ष में उनके सर्वोदय सिद्धान्तों के प्रचार-प्रसार हेतु इस क्षेत्र के जैन विद्वानों द्वारा भगवान् महावीर दिगम्बर जैन विद्वत् समिति का गठन किया गया।
श्री नरेश मुनिजी म० सा० श्रमणसंघीय उपप्रवर्तक घोषित
श्रमणसंघ के वरिष्ठ प्रवर्तक श्रीरूपचन्दजी म०सा० व श्रमणसंघीय सलाहकार, उपप्रवर्तक श्री सुकनमुनिजी म०सा० ने श्री नरेशमुनिजी म०सा० को विशाल जनमेदिनी के समक्ष अहमदगढ़ मण्डी (पंजाब) में श्रमणसंघीय उपप्रवर्तक पद प्रदान किया। प्राप्त समाचारों के अनुसार मुनिश्री का वर्ष २००२ का चातुर्मास अमृतसर में होना सुनिश्चित हुआ है।
आचार्य श्रीरामेश का हरियाणा में भव्य स्वागत
हुक्मसंघ के नवम पट्टधर और व्यसनमुक्ति के प्रेरक आचार्य श्रीरामलालजी म०सा० ठाणा ८ का हरियाणा प्रान्त के मण्डी डबलाली में मंगल प्रवेश अत्यन्त हर्षोल्लास के वातावरण में हुआ। आचार्यश्री का डबलाली से चौटाला, संगरिया और हनुमानगढ़ होते हुए पीलावंगा की ओर विहार सम्भावित है।
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