Book Title: Sramana 2002 01
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 169
________________ १६४ : श्रमण/जनवरी-जून २००२ संयुक्तांक की गतिविधियाँ सम्पन्न हुईं। सभी अतिथियों का अभिनन्दन एस०एस० जैन सभा के प्रधान श्री विमलकुमार जैन, श्री आत्मानन्द सभा के प्रधान श्री अशोक जैन व श्री कीमतीलाल जैन ने किया। श्री आत्मवल्लभ विद्यापीठ जीरा, सरस्वती मॉडल स्कूल जीरा, महावीर जैन मॉडल स्कूल, फरीदकोट व जैन गर्ल्स सी० सै० स्कूल लुधियाना की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके समारोह को भव्यता प्रदान की। संजीव जैन, बबीता जैन, संगीता जैन, कुसुम जैन आदि ने भजन प्रस्तुत किये। गौतमप्रसादी का लाभ श्री सुरेन्द्रकुमार छज्जूराम जैन, जीरा ने लिया। मंच का कुशल संचालन जैनसभा के महामन्त्री श्री रविन्द्र जैन ने किया। इस अवसर पर लुधियाना, अमृतसर, पट्टी, मोगा, मुक्तसर, नाभा, जैतों, फरीदकोट, जण्डियालागुरु व जालन्धर से बड़ी संख्या में पधारे गुरुभक्त उपस्थित थे। डॉ० श्रीमती कृष्णा जैन सम्मानित दिल्ली ३१ मार्च : सुप्रसिद्ध लेखिका एवं महारानी लक्ष्मीबाई कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय, ग्वालियर में संस्कृत की सहायक प्राध्यापिका डॉ० श्रीमती कृष्णा जैन को उनके रचनात्मक कार्य एवं लेखन आदि का मूल्यांकन करते हुए अखिल भारतीय दिगम्बर जैन महिला संगठन, दिल्ली द्वारा प्रभावशाली महिला विद्वान् के रूप में सम्मानित किया गया। श्री जवाहराचार्य पर विशेष डाक मुहर एवं आवरण का लोकार्पण ज्योतिर्धर श्री जवाहराचार्य की १२५वीं जन्म जयन्ती के पावन अवसर पर भारत सरकार के डाक विभाग द्वारा स्वीकृत विशेष पोस्टल स्टाम्प एवं आवरण कवर का लोकार्पण पिछले दिनों राजस्थान प्रान्त के गंगाशहर में आयोजित एक भव्य समारोह में सम्भागीय आयुक्त श्री चन्द्रमोहन मीणा एवं राजस्थान की सहायक महाडाकपाल मधुमिता दास ने किया। सुश्री इन्दु जैन राष्ट्रगौरव से सम्मानित कोलकाता१५ अप्रैल, भगवान् महावीर के २६सौवें जन्म कल्याणक महोत्सव वर्ष के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय दि० जैन प्रतिभा सम्मान समारोह समिति कोलकाता द्वारा १५ अप्रैल २००२ को कोलकाता स्थित साइंस सिटी सभागार में सुश्री इन्दु जैन को २६ अन्य प्रतिभाओं के साथ ‘राष्ट्रगौरव' अलङ्करण से सम्मानित किया गया। सुप्रसिद्ध विद्वान् डॉ० फूलचन्द जी जैन 'प्रेमी' की सुपुत्री सुश्री इन्दु को यह सम्मान Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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