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१९५ श्री सौभाग्य मुनि 'कुमुद' का चातुर्मास सिकन्दराबाद में
सिकन्दराबाद ३० जून : श्रमणसंघीय सलाहकार श्री सौभाग्य मुनि 'कुमुद' एवं श्री जयवर्धन मुनि ठाणा-२ का इस वर्ष का चातुर्मास सिकन्दराबाद होना निश्चित हुआ और तद्नुसार ३० जून को वहां मुनिद्वय का मंगल प्रवेश धूम-धाम से सम्पन्न हुआ। पूज्य आचार्यश्री राजयशसूरि जी म.सा० का पावन चातुर्मास
___अहमदाबाद में श्वेताम्बर पार्श्वनाथ जन्मभूमि मन्दिर, वाराणसी एवं विभिन्न तीर्थों के उद्धारक, पूज्य आचार्यश्री राजयशसूरीश्वर जी महाराज का वर्ष २००१ का पावन चातुर्मास जोधपुर ग्राम रोड, सेटेलाइट एरिया, अहमदाबाद में हो रहा है। आचार्यश्री यहाँ ससंघ सुख-सातापूर्वक विराजमान हैं। दि० ९ दिसम्बर को सेटेलाइट एरिया में ही नवनिर्मित गौड़ी पार्श्वनाथ तीर्थ की प्रतिष्ठा भी आचार्यश्री के करकमलों से होने जा रही है। आचार्यश्री की प्रेरणा से पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी में नवनिर्मित दो भवनों १. यशोविजय स्मृति मन्दिर और २. राजयशसूरि विद्या भवन का भव्य उद्घाटन दि० २१ अक्टूबर को होने जा रहा है। ज्ञातव्य है कि उक्त दोनों भवनों के निर्माण में २२ लाख रुपये का व्यय हुआ है।
साध्वी ॐकार श्रीजी ठाणा १० का चातुर्मास वाराणसी में
श्रीमन्नागपुरीय बृहत्तपागच्छ (पार्श्वचन्द्रगच्छ) के उग्र तपस्वी मुनिराज श्री विजयचन्द्रजी की आज्ञानुवर्तिनी एवं प्रवर्तिनी महत्तरा विदुषीसाध्वी खांतिश्रीजी की शिष्यारत्न धर्मप्रभाविका, प्रवर्तिनी साध्वी ॐकार श्रीजी ठाणा-१० यहां भेलूपुर स्थित भगवान् पार्श्वनाथ जन्मभूमि मन्दिर परिसर स्थित उपाश्रय में विराजित हैं। वाराणसी श्रीसंघ में अपूर्व उल्लास एवं धर्मजागृति बनी हुई है।
ॐकार श्रीजी म० सा० की तीन शिष्यायें-- साध्वी संयमरसा श्रीजी, साध्वी सिद्धान्तरसा श्रीजी एवं साध्वी संवेगरसा श्रीजी पार्श्वनाथ विद्यापीठ में जैन दर्शन व व्याकरण के अध्ययनार्थ विराजित है। आचार्य विजय इन्द्रदिन्नसूरीश्वर जी महाराज का चातुर्मास हरिद्वार में
श्री आत्म-वल्लभ-समुद्र सूरीश्वर जी म०सा० के क्रमिक पट्टधर, परमार क्षत्रियोद्धारक, गच्छाधिपति श्रीमद् विजय इन्द्रदित्रसूरीश्वर जी महाराज ठाणा-१३ का वर्ष २००१ का पावन चातुर्मास तपोभूमि हरिद्वार में हो रहा है। आचार्यश्री का चातुर्मास
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