Book Title: Siddhachakra ka Chamatkar Diwakar Chitrakatha 013 Author(s): Vinaymuni, Shreechand Surana Publisher: Diwakar Prakashan View full book textPage 3
________________ सिद्धचक्र का चमत्कार चम्पानगरी के राजा सिंहस्थ थे। उनकी रानी कमलप्रभा ने सुन्दर एक पुत्र को जन्म दिया। बड़ी मनोतियों के बाद पुत्र होने के कारण राजा ने धूमधाम से पुत्र का जन्मोत्सव मनाया। का यह पुत्र हमारी राज्यलक्ष्मी एवं प्रजा का पालनहार होगा, इसलिए इसका नाम 'श्रीपाल' रखेंगे। कुमार श्रीपाल चिरायु हो! प्रमा ने जय-जयकार के साथ राजा की घोषणा का स्वागत किया। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org..Page Navigation
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