Book Title: Siddhachakra ka Chamatkar Diwakar Chitrakatha 013
Author(s): Vinaymuni, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 27
________________ حبة » सिद्रचक्र का चमत्कार एक दिन श्रीपाल-मैना मुनिराज के दर्शन करके लौट रहे थे कि मार्ग में ही उधर से आती रानी रूपसुन्दरी दिखाई दी। रानी ने मैना को एक सुन्दर दिव्य पुरुष के साथ देखा तो विचारों में उथल-पुथल मच गई। मैनासुन्दरी का विवाह तो एक कोढ़ी पुरुष के साथ हुआ था.... यह सुन्दर राजकुमार कौन है इसके साथ......? क्या इसने उस पुरुष को छोड़कर किसी दूसरे पुरुष का संग कर का लिया...छी छी... कैसी पापिनी है? mondhah LAN ons । NCR IS मैना ने अपनी माता को देखा तो वह उसकी ओर दौड़ी आई/ wwa माँ ! आप यह क्या कह रही हैं? मैं आपकी पुत्री हूँ मैना... Del हाँ हाँ! तेरा विवाह तो एक कोढ़ी पुरुष के साथ हुआ था न....? यह कौन है सुन्दर छैल छबीला....? Chilhear COMEDIC WCVIMANDA छी कलंकिनी ! मुझे अपना काला मुँह मत दिखा.... मुझे स्पर्श | भी मत करना...। RPIODIO 25 For Private & Personal use only JanEducation Intemational www.jainelibrary.org.

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