Book Title: Siddhachakra ka Chamatkar Diwakar Chitrakatha 013 Author(s): Vinaymuni, Shreechand Surana Publisher: Diwakar PrakashanPage 33
________________ सर्वलब्धिसंपन्नायी म. श्री गौतमगणधराय नमोनमः नद्राक्ली श्री अहं असिआउसा नाम) Eि बलयपरिचयPos C.अभदलबलयमा -अनाहतमम -स्व अमरापानी कोसलबनयमोन .राजसह स्थानने ८.परमेभिगो. विद्यालयमा t- माती नै - पिटी.. SY-आष्टाजपाडूम। बलयपरिचय BA-ऑपाययविगतम 1- fram :-अयोधीप्रो. -बिद्यादेबीजी.. Hey-यक्षिणी B-विकावा चारजगपालो। धारीयो. -स्थाने नामांओ. सदिसामरिक स MORE इन्द्राय नमा माणिभदाय नमः फमुदायनमा जस्था रियारकाम्पोनर PM पानी जमवतताण मामी याममा माण रमपुष्या acrossesssa 44AKAAL विमलेयायनमा Mpो विकल SR D COM LME silcateeutara Ssseshree 12SDDRESS YON NOK JAINMENNISR Jcccess . MJIMIRE 24tablisbe Months AstaJanarang पनि टीममा JabaRameseet अनि आचार्य PRISE EER AIYA मान sabnel FOTO WARN Agralias Jappsape SITA-REDTARAK. NCE 445344 17701 PARAN भोपासना pianRRA PlAmranthahto A alaces GaiM TV कामामामार 503 अपरित | पूज्यपकर पानास्मरणीय आचार्य १००८ श्रीमद् विजयमोहनसूरीश्वर पट्टालंकार परमपूज्य आचार्य श्रीमद् विजयप्रतापस्वीश्वर पट्टालंकार परमकृपालु पूज्य आचार्य विजयधर्मसूलीभ्वर पहालंकार पूज्य मुनिप्रवर श्री यशोविजयेन शाश्वत-महाप्रभावक श्रीसिद्धचक्रमहायन्त्रकमिदं अधावधिप्रकाशिनाप्रकाशितन्यस्यचित्रपथदिसामग्रीमधलम्ब्य यथानुभवं यथानुमति परंपरागताशुद्धीनिराकृत्य समालेश्वि॥ अचानक मानक्षी यशाविजय महाम्बाहमुंबई पूर्या चक्रमीयचतुर्दवाधिक दिसहस[२०१४)संवत्सर शुभभवतु चतुर्विधीसंघस्यापियापपादपूर्वानमिदमहायन्त्रसदाध्ययम्। बाकारमणिकशाहआई। Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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