Book Title: Samayik Ek Adhyatmik Prayog
Author(s): Subhash Lunkad
Publisher: Kalpana Lunkad

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Page 12
________________ । ' |-अनुकम1१) सामायिक एक पूजा २) सामायिक का महत्व ३) सामायिक एक आध्यात्मिक प्रयोग ४). सामायिक व्याख्या तथा उद्देश५) समता भाव का अर्थ क्या है ? ६) इस समताभाव को सामायिक में कैसे पाए? (६-अ) कायोत्सर्ग (काउसग्ग) क्या है? | (६ - ब) धर्मध्यान क्या है ? (६-क) कायोत्सर्ग और धर्मध्यान करने से ___ समताभाव कैसे प्राप्त होता है ? ७) प्रचलित सामायिक की त्रुटियाँ 1८) एक आदर्श सामायिक की विधि ९) कुछ प्रश्न इस नये सामायिक के विधि कि बारेमे १०) सामायिक से लाभ. ११) जैनेतर धर्मो मे समताभाव की मान्यता १२) सामायिक एक वैश्विक साधना - एक साधना समुचे मानव जाति के लिए १३) सामायिक सूत्र-मूल पाठ १४) पारंपारिक सामायिक की विधी १५) अभिप्राय |१६) निवेदन viii

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