Book Title: Samayik Ek Adhyatmik Prayog
Author(s): Subhash Lunkad
Publisher: Kalpana Lunkad

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Page 59
________________ शुभेच्छा सामायिक अनुभुति का विषय है, सामायिक के बारे में कितना ही लिख पाए, पूर्ण अभिव्यक्ति नही हो पाती। भाषा की अपनी सीमा होती है। सामायिक असीम का साक्षात्कार है। शुभेच्छक - श्रीमान बिरदीचंदजी, नेनसुखजी, पोपटलालजी बन्सीलालजी, केशरचंदजी, घनशाम-एवम् नवलखा परिवार, शिवाजी नगर, पुणे. सामायिक जीवन विमुखता नही - वरन् जीवन अभिमुख होकर जीने का मार्ग है। शुभेच्छक -लुंकड डेव्हलपर्स, पुणे चेतना की गति समय में है, इसलिए चेतना की गति ठहर जाने का नाम सामायिक है। शुभेच्छक -हिरालालजी पन्नालालजी लुंकड, पुणे सामायिक का अर्थ है स्वभाव में ठहर जाना / शुभेच्छक - श्री मीश्रीलालजी लोढा, कोथरुड, पुणे सामायिक का अर्थ है वर्तमान मे समता के साथ जिना। * शुभेच्छक - श्री विलासकुमार पालरेशा येरवडा "समता के साथ जिए जन-स्वर्ग धरापर आ जाए।" * शुभेच्छक - श्री विजयकुमारजी देसर्डा, जळगांव

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