Book Title: Sadhubhai Samaya Sudharas Pije
Author(s): Padmaratnasagar
Publisher: Mahavir Jain Aradhana Kendra Koba

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Page 180
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org पैसा आगळ गुरु नकामा, पैसा माटे दोडे रे, पैसा माटे गांडो, पैसा माटे माथु फोडे रे. पैसा माटे व्हाला छे बापा, पैसा माटे छापा रे, पैसाना लोभे छे टंटा, युद्धे कापं कापा रे. पैसाथी दूरे जे रहेता, ते जन साचा त्यागी रे, 'बुद्धिसागर 'निर्लोभी जन, मुनिवर छे वैरागी रे. गप्पा गप्पा गप्पा मारे १६६ ܀ Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir For Private And Personal Use Only पैसा ६ गप्पा गप्पा गप्पा मारे, कदी न सारुं थासे रे, गप्पा मारे ज्ञान न मळशे, उंमर एळे जासे रे.... गप्पा मारे आळस प्रगटे, थाय न पर उपकारी रे, अंतर्धननो नाश ज नक्की, उमर जासे हारी रे.... नवरो बेठो नख्खोद काढे, समजो नर ने नारी रे, एदीजनना लक्षण एवा, मारे पेट कटारी रे.... प्रभु भजनमां कायर कंपे, गप्पा मारे हरखे रे, हिताहित शुं करवुं म्हारे, मूरख ते नहीं परखे रे... गप्पा ४ परनी पंचातो करवाथी, धर्म कदी न बुझे रे, 'बुद्धिसागर' समजु समजे, सारो रस्तो सुझे रे.... पैसा ७ पैसा ८ गप्पा १ गप्पा २ गप्पा ३ गप्पा ५

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