Book Title: Risht Samucchaya
Author(s): Durgadevacharya, A S Gopani
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 227
________________ 114 तस्स कुणिजह एवं ९१. उ. तस्स छम्मास (मासं) आज ५७. उ. तस्स भणिज्जइ आऊ ४६. उ. तस्स लहु होइ मरणं ३२. उ. तस्स लहु होइ मरणं ४८. उ. तस्स लहु होइ मरणं ५८. उ. तस्स लहु होइ मरणं ७९. उ. तस्स हवइ वरजीयं ७७. उ. तस्सुवरम्मि समानं १७०. उ. तस्सुवरि देविजायं १४५. उ. तह जोइजइ सउणं १७२. पू. तह नामस्स य रिक्खं २२१. उ. तह पुव्वफग्गुणीए २४६. उ. [ तह य ] अ इ उ ए ओ पंच २२७. उ. तह य कबंधं पिच्छइ ८०.उ. तह वि हु भुअंगचक्रे २२३. पू. तह विहु संजमसेणो २५४. उ. तह सूरस्स य बिंबं ४६. पू. ता जीवइ दह दियहे ७५. उ. ता जीवद्द बहुकालं १०५. उ. ता मरइ रोअगहिओ २४१. उ. ताराओ रवि - चंदं ५४. पू. तिवियप्पं नक्खत्तं २२२. पू. तुलयाई सयलाणं २३६. उ. ते असुहा निद्दिट्ठा १८८. उ. तेणेदं रइयं विसुद्धमइणा २५८ (ई ). रहम्मं (मं) जम्माओ २२१. पू. तो मरइ न संदेहो २२२. उ. ता लहु पहायसमए १७१. उ. तावच्चिय सो जीवइ ९९. उ. तावच्छेउ महीअलम्मि विदिट्ठे (यं) २५९ (ई). दुविहं पि एयरूवं ११४. पू. अक्खराइँ दूह १६२. पू. अस्स पण्हयाले २४१. पू. थगथगइ कम्महीणो २२. पू. थद्धं लोभणजुअलं २०. पू. दंसेह तस्स छाया ८७. उ. दक्खिणगया ससद्दा १७४. उ. दक्खिण दिसाऍ णिज्जदि १२३. पू. दड्डु-जलिएसु मरणं १६९. पू. रिष्ठसमुच्चय Jain Education International | दसणा हवंति कसणा ३४. उ. | दह दिह अस्सिणि (णी ) ए २४४. पू. दह दिह उत्तराए २४९. पू. दह दियह मिगसिरम्मि अ २४५. पू. दह वरिसाणि तयद्धं ११५. पू. दाहिणगओ ससद्द १७७. उ. दाहिणदिसाइ छाया १४२. उ. दिनहाईं हवइ आऊ ३८. उ. दिट्ठीऍ चप्पियाए ३५. पू. दिणजुअमज्झं मरणं ३५. उ. दिसत्तएण मधू १३३. उ. दियहचउक्कं दिट्ठो ५४. उ. दियहतयं च चउक्कं ८१. उ. दिव्वसिही पजलंतो ५९. पू. दीवयसिहा हु एगा ४८. पू. दीसेइ इयारसरो २३२. उ. दी से जत्थ रूवं ६८. पू. | दुअसत्तरिदिअहं ('ह°) सरो २३०. उ. दुक्खं लाहं च (य)त्ता २२६. पू. दुक्खेण नवरि पावइ २. उ. दुरय- हरि-हुअवहम्मि य २१३. पू. दुलहम्मि मणुअलोए १२. पू. दु (दो) विहसंलेहणाऍ १२. उ. दुविहं तु होइ सुमिणं ११२. पू. | देवदजणिय विहाणं १८०. उ. | देवि महंवाईणं १२१. उ. देहं तेयविहीणं ३३. पू. दो इग वरिस छमासं ९२. उ. दोच्छाया हु नियच्छइ ७६. पू. दो दिया य दिन ९३. पू. दो दियहे एगदिणं १०४. उ. दो दो आय सवाया १६६. उ. धम्मंमि य भणुरत्तो ६. पू. धम्मो जिनिंददिट्ठो ३. उ. - अग्गि- सीह - साण- १६३. उ. For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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