Book Title: Risht Samucchaya
Author(s): Durgadevacharya, A S Gopani
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 233
________________ 120 असोहण २४१. अस्सज (जु' ) २३५. अस्सिणी २४४. अस्सिणी १६८:२२३. अहखंड ६५. अहर° २७. अवइ ८८; ९१; १२७. अहिआपुण्ण ६१. अहिंसा १२. अहिय ८६. अहोमुहा ७९,८८. आउर ७५६८७; ८८; १४६; १४७; १५४. आएस ९१; १२१:२१८. आगमण २१४. आय १६३; १६४; १६५; १६६;२०५. आय २०७:२०८; २१०; २१६. आरंभ ११०. आराहणा १५. आलत्त १५३. आलत्तय १४९. आलिंगिय १६४; १६५. आलिंगिय १६९. आअ १६९; २१५२१९. आई २२०. ० २२७. आउ २३; २४; २७; २९, ३७; ३८,४५, ४६,५०६ | उआर २३३. ५३; ५४; ५७; ८२. उंदर १७८. उट्ठ १२३. उत्तमदुम ४९. उत्तरा २४६; २४९; २५०. उदअ २३३:२३४; २३५. उदर ४३. उदिद २२९. उद्धि २२५. उभय° १५७. उयर° ११९. आस १७३. आसाढ २३४. आहरण ४३. 'इ' २२७. इअर २०८. रिष्टसमुच्चयगतशब्दानाम् - इअरच्छाया ७२. इंदिअ ९. इंदि°८. इंदु १८६. इक्क २२,२३;३०;६३. इक्क १२६. इक्क १२३:१२८; १२९; २४६. इक्खण १९४. Jain Education International इग ९२. इग° ४५; १०२, इगवण्णा १५३. इगवीस २५०. इगसहस २६०. इगहत्था ८९. इटिमिटि ४३; २००. इयर २४१. इयर' २०६. इयवण्णा' १७०. इया २३२. उ २०. उयर ११६. उलूय १७६. उवरित्थ २१०. उववास ११०. उहा(ओआ°)र° २३५. ऊण ६१;६३. ऊण' ८६. °° २२७. एअ २४८. एआर' २३४. एक्क ५२. एग ४६; ४७; ६६;९२. एग° ७७८२; १०४; २४७. एगंत १९४. For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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