Book Title: Risht Samucchaya
Author(s): Durgadevacharya, A S Gopani
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 236
________________ वर्णानुक्रमसूची 123 चुण्णिअ १८७. चोर ५. जलिय १६४१६५. जहकमत ५२. जाणु ८९,१०२,११८ जाम ९९. __जाम १८३. जि १०६. जिअ जिअइ ६६,१३९,२३७. जिएइ १५९. जियइ २०,२१,२२,६३,८४८८१००% छ ५२:९२,१३,१००,१०३. छ° ८१,११५,१३८,१४३,१४७,१५२. छत्त ११७,१२०,१८९. छत्त° १९१. छद्दसण २५७. छद्दि १२२. छम्मास ५६:५७. छह ५५,२२४,२३३. छायपुरिस १०६. छायवरपुरिस १०५. छाया ७०;७६,७७,८१,८७,८८,१४२. छाया ७३,७६. छायापुरिस ६९,७३,९५,९६,९८,०००; १०७. छायाबिंब ८०,८४. छिक्किय १७९. छिडु ५२. छिद्द ४६,४७. ___°छिद्द ५१. छिद्दोह ४५. छिन्न ८३. छुरिआ ८३. जंघा ११९. जंघा १०२. जंघा ११६. जंतु ९७. जम्म २२१. जम्म १०,२२०. जम्मसर २३०. जय १८६. जया २२८. जल १४१. जल° ३४,५५,७२. जल १०. जलहर ७१. जलाइ १३६. जलिअ १६९. जिट्ठ २३३. जिट्ट' २३४. जिट्ठा २४८. जिण ४०,४४,१५०,२५९. जिणनाह ४३. जिणवरिंद ११६. जिणवरिंद ९८. जिणिंद°३. जीअ १७५. /जीव जीवइ ५२,५५,५६,६०७७५,९९,१०५; ५२३,१२४,१२६,१२७,१२८१३८% १४१,१४७,१५२,१६२,१६९,१८४ २५२. जीवए १२२,१२९,१३२. जीवेइ ६५,१४३. जीविअ ३,३३,४७,१०१. जीविय १७४:२१२. जीविय १०६. जीह २८. जीहग्ग ३०. जीहा ९,११,१४१. जीहा ३७. जुअ २४१,२४२. जुअ° ३५. जुअ १०१. °जुअल १९२०,३९,१५५१५८१९३,१९५. जुइ १८९. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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