Book Title: Risht Samucchaya
Author(s): Durgadevacharya, A S Gopani
Publisher: Bharatiya Vidya Bhavan

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Page 237
________________ 124 रिष्टसमुच्चयगतशब्दानाम् णियमुह १४३. णियवरछाया ९६. जुगल ५२. जुण्ण(जाणु)य १४३. जुदि ११. °जुय १२२. जुवइ १७८१९०. जुवाण ८६. जूअ° ५. जेम १३०. जोणि २. उझडप्प २५. Vठा ठिच्चा १५. ठाण २४२. ढंख २१६. ढंख° १६६. ०ढंख १६३. डिंक १७५. ढेंख २०९. णउल १७५. गंदा २३९. णक्खत्त २२४. Vणच णचंत १२८. ०ण[य]अ २६१. णयण° १०१. णयभन(ज)ख २३९. णयर १८३. णयरभव १७७. णवयसीइ २६०. णहज २४३. णाडी २२३. णायर १७२. °णाराय ८३. °णास ३६,२०७. णासग्ग १९४,१९५. णि ३६. णियछाया ७५,८५. णियछायाबिंब ८२. तअ २५३. तंदुल ६१. तक २५७. तजणी १५१. °तणु २०. तय २०१. तय' १२९. तय ३१;६०८११०११३२,२०३. तयद्ध ११५. तल १२५, ता १९. तारा ४७;५४. तारा' ३५. 'तारा' ३८,२५९. तारा ५०. ति° १७,५०,२२०. तिअरणसुद्धि ७२. तिणि ९२,९३,११८. तित्त २४. तित्तिर १७५. तिदिया २२८. तिनि ३७. तिपहुगा २५९. तियसणाह ५९. तिलय ३०. तिल्ल १४४,१४७. तिल्ल १२३,१२९. तिवियप्प २२२. तिविह° ७३. तिसंग ६५. तिहि १९६:१९८२२८,२३७. __ तिहि २३९. तीस २४. तुंगछाया १४०. तुलया २३६. तुस ७२. तेय ३३. तेरहम २२१. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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